- उज्जैन में साध्वी ऋतुम्भरा का आगमन, बाबा महाकाल के दर्शन कर लिया आशीर्वाद; कहा 'भोले बाबा बहुत प्यारे हैं'
- उज्जैन में निकली 'शक्ति संगम' शौर्य यात्रा: 25,000 बहनों ने दिखाया शौर्य, हाथ में तलवार और घोड़े पर सवार होकर यात्रा में शामिल हुई महिलाएं; साध्वी ऋतंभरा का होगा संबोधन
- भस्म आरती: रजत मुकुट और फूलों की माला में सजे बाबा महाकाल, भस्म चढ़ाने के बाद साकार रूप में दिए दर्शन!
- एडीएम अनुकूल जैन बने महाकाल मंदिर प्रशासक, पहले भी संभाल चुके हैं जिम्मेदारी; शासन का आदेश आने तक देखेंगे कार्य ...
- भस्म आरती: महाकालेश्वर मंदिर में जयकारों के बीच हुई बाबा महाकाल की दिव्य भस्म आरती, राजा स्वरूप में किया गया भगवान का दिव्य श्रृंगार!
हरियाली अमावस्या पर महाकालेश्वर मंदिर और शिप्रा नदी के घाटों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
उज्जैन में हरियाली अमावस्या पर महाकालेश्वर मंदिर और शिप्रा नदी के घाटों पर स्नान के लिए रविवार को श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। सुबह से ही बाबा महाकालेश्वर के दर्शन के लिए लंबी कतारें लगी रहीं। श्रद्धालुओं की संख्या ज्यादा होने के चलते मंदिर प्रशासन के प्री-बुकिंग के नियम भी हवा हो गए। मंदिर को फ्री-फॉर-ऑल करते हुए दर्शन के लिए प्रवेश दिया गया। इस दौरान कोरोना गाइडलाइन की जमकर धज्जियां उड़ी। यहां लोगों ने न तो मास्क पहने थे और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया।
कोरोना संक्रमण के चलते शनिश्चरी अमावस्या पर जिला प्रशासन ने शिप्रा नदी में स्नान पर प्रतिबंध लगाया था। इससे शिप्रा के घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ नहीं जुटी थी। रविवार को हरियाली अमावस्या पर प्रशासन की रोक नहीं होने के कारण हजारों श्रद्धालुओं ने कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं करते हुए घाट पर स्नान किया।
मंदिर समिति ने प्रवेश द्वार पर तो बैरिकेडिंग की है, लेकिन बाहर आने वाले गेट पर श्रद्धालुओं का मेला लग रहा है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं। प्रशासन के सामने अभी तीसरे और चौथे सावन सोमवार की आने वाली भीड़ की भी चुनौती है। महाकालेश्वर मंदिर की सहायक प्रशासक पूर्णिमा सिंघी ने कहा कि भीड़ को देखते हुए फ्री-फॉर-आल है, लेकिन लोगों को समझना होगा कि मंदिर के बाहर निकलने के बाद भी कोरोना गाइडलाइन का पालन जरूर करें।