6 दिवसीय राष्ट्रीय मल्लखंब चैम्पियनशिप शुरू:उज्जैन पहुंचे 20 राज्यों के 800 खिलाड़ी

उज्जैन में रविवार से राष्ट्रीय मल्लखंब चैम्पियनशिप शुरू हुई। इसमें हिस्सा लेने देशभर के 20 राज्यों के 800 खिलाड़ी उज्जैन आएंगे। चैम्पियनशिप का शुभारंभ माधव सेवा न्यास परिसर में रविवार शाम को हुआ। राष्ट्रीय मलखंभ चैम्पियनशिप करीब एक वर्ष के अंतराल के बाद हो रही है। बीते वर्ष 2019-20 में होने वाली प्रतियोगिता कोरोना के प्रकोप की वजह से नहीं हो पायी थी। चूंकि मप्र में कोरोना का प्रभाव अन्य राज्यों की तुलना में कम है इसलिए इस प्रतियोगिता के लिए मप्र में उज्जैन का चयन किया गया है। मध्यप्रदेश में मल्लखंब को राजकीय खेल का दर्जा मिल चुका है।

इसमें 5 वर्ष से 18 वर्ष और उस से ऊपर की उम्र के खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। पहले तीन दिन यानी 25 से 27 सितंबर तक सब जूनियर प्रथम और द्वितीय बालक-बालिका की प्रतियोगिता का आयोजन होगा। 28 से 30 सितंबर तक सीनियर पुरुष, जूनियर बालक, सीनियर महिला, जूनियर बालिका अपने प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए चैम्पियनशिप में हिस्सा लेंगे।

उद्घाटन सत्र में आरएसएस के क्षेत्र संघ चालक अशोक सोनी, इंदौर सांसद शंकर लालवानी, जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष विभाष उपाध्याय, महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गिरी सहित मध्य प्रदेश मलखंभ के अध्यक्ष सोनू गेहलोत शामिल हुए। सभी खिलाड़ी व कोच के रहने और खाने के लिए माधव सेवा न्यास में ही व्यवस्थाएं की गई हैं।

सबसे छोटी 6 साल की नाविका पंजाब से आई –

उज्जैन पहुंचने वाले 800 खिलाड़ियों में 50 प्रतिशत महिला खिलाड़ी हैं। यहां सबसे छोटी 6 वर्षीय पंजाब की नाविका है। मल्लखंब में अब देश भर से लड़कियां हिस्सा ले रही हैं। आज हुई कई प्रतियोगिताओं में पंजाब, तमिलनाडु, तेलंगाना, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों की टीमें हिस्सा ले रही हैं।

पहली बार लड़कियों को फिक्स मल्लखंब –

प्रदेश मलखंभ के अध्यक्ष सोनू गेहलोत ने बताया इस बार बड़ी संख्या में महिला खिलाड़ी अपने-अपने प्रदेशों का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। पहली बार लड़कियां राष्ट्रीय मल्लखंब चैम्पियनशिप में फिक्स मल्लखंब पर प्रदर्शन कर रही हैं। अब तक परम्परागत रोप पर करती थीं। जिसके चलते इस बार महिला खिलाड़ीयो को ज्यादा मैडल जीतने की उम्मीद है।

बड़ी संख्या में कोच और रेफरी भी पहुंचे –

माधव सेवा न्यास में खिलाड़ियों के साथ-साथ उनके कोच और 50 से अधिक रैफरी भी देशभर से उज्जैन पहुंचे हैं। पंजाब से आयी कोच सिमरन जीत कौर ने कहा हमारे साथ अंडर 12 वर्ष के बच्चों का दल आया है। जिसमें महिला खिलाड़ी है और सभी अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं।

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