बोहरा समाज के रमजान में संयोग से पांच जुम्मे, पहले जुम्मे से रोजे शुरू

उज्जैन :- बोहरा समाज के रमजान इस बार इसलिए भी खास है क्योंकि रमजान के 30 दिन में 5 जुम्मे आ रहे हैं। शुक्रवार को पहले जुम्मे पर रोजा रखकर समाज ने पर्व की शुरुआत की। शहर की 27 मस्जिदों में 5 बार की नमाज अदा की गई वहीं रात 12 बजे विशेष नमाज हुई।

बोहरा समाज के पीअारओ शेख इस्माइल भाई बड़वाहवाला के मुताबिक यूं तो रमजान माह का हर दिन खास होता है। लेकिन जुम्मा यानी शुक्रवार का दिन पवित्र माना जाता है। संयोग से इस बार रमजान में 5 शुक्रवार आ रहे हैं। पहले शुक्रवार 26 मई से पर्व शुरू होेने के साथ समाजजनों ने अल सुबह सेहरी के साथ पहला रोजा रखा। मुख्य शहर आमिल इशाक भाई साहब ने कमरी मार्ग स्थित मजार-ए-नजमी परिसर में स्थित कादरी मस्जिद में अल सुबह 5 बजकर 5 मिनट पर समाजजनों को फजर की नमाज अदा कराई। लगभग 27 मस्जिदों में नमाज अदा की गई। शाम को 7 बजे बाद इफ्तारी के साथ सभी जमातखानों में समाज का सामूहिक भोज हुआ। रात 12 बजे विशेष नमाज के लिए समाजजन उमड़े। नमाज के दौरान समाजजनों ने कारोबार भी बंद रखा। यह सिलसिला पर्व के 30 दिन चलेगा। रमजान का दूसरा जुम्मा 2 जून, तीसरा 9 जून, चौथा 16 जून, पांचवां व आखिरी जुम्मा 23 जून को आएगा। 25 जून को ईद मनाने के साथ पर्व का समापन होगा।

रमजान की घोषणा के लिए तोप तैयार करते समाजजन।

मुस्लिम समाज भी रमजान के पवित्र माह में रोजे रखकर खुदा की इबादत करेगा। समाजजनों ने पर्व की तैयारियां कर ली है। शहरकाजी खलीकुर्रेहमान ने बताया प्रतिदिन मस्जिदों में पांच वक्त की नमाज के साथ समाजजन इबादत करेंगे। सुबह-शाम निर्धारित समय पर सेहरी व इफ्तारी की जाएगी तथा नमाज के बाद दान-पुण्य का सिलसिला भी चलेगा। मुस्लिम समाज के रमजान चूंकि चांद दिखने के साथ शुरू होंगे। शुक्रवार रात चांद नहीं दिखा। इसलिए अब रविवार से रोजे रखकर समाजजन पर्व की शुरुआत करेंगे। महीनेभर इबादत के बाद चांद दिखने पर ही ईद का त्योहार मनाया जाएगा।

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