शाजापुर में शांतिपूर्ण बंद, कांग्रेस ने बंद कराई भाजपा की दुकान

उज्जैन/शाजापुर :- पिपलियामंडी में पुलिस फायरिंग में छह किसानों की मौत के बाद कांग्रेस व किसानों के प्रदेश बंद के आह्वान का असर बुधवार को शाजापुर में दिखा। सुबह कुछ व्यापारियों ने दुकानें खोली, लेकिन कांग्रेसियों के आग्रह बंद कर लिया। बंद को पूरे शहर का समर्थन मिला। कांग्रेसियों ने शिवराज सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए वाहन रैली भी निकाली। दोपहर तक शहर शांतिपूर्ण ढंग से बंद रहा। दोपहर बाद अधिकांश बाजार खुल गया।
सुबह से बंद के कारण लोगों को जरूरत के सामान के लिए भी परेशान होना पड़ा। हालांकि इमरजेंसी सेवा के रूप में प्राइवेट क्लीकिन व मेडिकल खुले रहे। कांग्रेस जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने दोपहिया से शहर में घूमकर बंद के लिए समर्थन मांगा। बस स्टैंड परिसर में कांग्रेसियों ने किसानों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी। जिलाध्यक्ष रामवीरसिंह सिकरवार ने कहा मुख्यमंत्री के चेहरे पर किसानों की हत्या की जो कालिख लगी है उसे धोने के लिए वे सौदागर की भूमिका में आ गए हैं। पहले 5 लाख फिर दस लाख और अचानक देररात एक करोड़ के मुआवजे की राशि देने की घोषणा इस बात को साबित करती है कि उनके सख्ती के निर्देश पर मंदसौर जिला प्रशासन ने किसानों पर जो गोली चलाई उसके जिम्मेदार वही हैं। किसान कांगे्रस अध्यक्ष विजयपालसिंह डोडिया, किसान कांगे्रस अध्यक्ष कैलाश मटोलिया, क्षितिज भट्ट, ब्लॉक अध्यक्ष इरशाद खान, सीताराम पवैया, बालकृष्ण चतुर्वेदी, वीरेंद्र व्यास, युकां अध्यक्ष नरेश्वरप्रताप सिंह, विनीत वाजपेयी, बालकृष्ण आर्य मौजूद थे।

 

 

 

 

 

हर एक्शन के लिए तैयार दिखी पुलिस-बुधवार को पुलिस हर एक्शन के लिए तैयार थी। 1 जून को हुए प्रदर्शन में पुलिस की लचर कार्यप्रणाली सामने आने के बाद पुलिस ने हर पहलू पर काम किया। इसका परिणाम रहा शहर बंद के दौरान जहां पूरे प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में से विवाद की घटनाएं होती रही, वहीं शहर में एक भी स्थान पर विवाद नहीं हुआ।

कलेक्टर अलका श्रीवास्तव, एसपी डॉ. मोनिका शुक्ला पूरे समय बस स्टैंड पर ट्रैफिक पाइंट स्थित यातायात चौकी पर ही बैठी रहीं। इसके अलावा पुलिस मोबाइल सहित अधिगृहीत वाहनों से पुलिस अधिकारी और जवान दिनभर शहर और आसपास के इलाकों में गश्त करते रहे।

नगर बंद के दौरान वृहद आंदोलन होने की भनक लगते ही पुलिस हरकत में आ गई। एसपी के निर्देश पर कोतवाली टीआई राजेंद्र वर्मा ने शहर के आसपास लगे पाटीदार बाहुल्य ग्राम भरड़, आलाउमरोद, खोरिया नायता, लड़ावद, मूलीखेड़ा, पिपल्या गोपाल, पिपल्या इंदौर आदि में मंगलवार शाम से लेकर देररात तक बैठक लेकर ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील की। टीआई समझाया कि बंद के दौरान कोई भी शाजापुर नहीं आए। इसके अतिरिक्त मंगलवार रात में ही सभी व्यापारी संघ, दोनों दलों के नेताओं सहित पाटीदार संघ के पदाधिकारियों से चर्चा कर समझाइश दी गई। एसपी के निर्देश पर टीआई की दी गई समझाइश काम आई और बुधवार को शहर में एक भी अप्रिय घटना नहीं हुई। टीआई ने बताया शहर के अंदर पहुंचने वाले सभी मार्ग पर भी जवान तैनात थे

भाजपा जनप्रतिनिधियों की हुई किरकिरी-भाजपा विधायक अरुण भीमावद सहित अन्य भाजपाई जनप्रतिनिधियों ने कांग्रेस के बंद का विरोध किया था, लेकिन व्यापारियों व लोगों ने बंद को पूरा समर्थन दिया। सुबह कुछ भाजपाई जनप्रतिनिधि व्यापारियों से दुकानें खोलने की अपील करने पहुंचे, लेकिन व्यापारियों का रुख देखकर लौट आए। नगर बंद का पूरा समर्थन कर व्यापारियों ने भाजपा जनप्रतिनिधियों की किरकिरी कर दी।

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