- श्री महाकालेश्वर मंदिर में एंट्री का हाईटेक सिस्टम हुआ लागू, RFID बैंड बांधकर ही श्रद्धालुओं को भस्म आरती में मिलेगा प्रवेश
- कार्तिक पूर्णिमा आज: उज्जैन में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, माँ क्षिप्रा में स्नान के साथ करते हैं सिद्धवट पर पिंडदान
- भस्म आरती: भांग, चन्दन और मोतियों से बने त्रिपुण्ड और त्रिनेत्र अर्पित करके किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार!
- Ujjain: बैकुंठ चतुर्दशी आज, गोपाल मंदिर पर होगा अद्भुत हरि-हर मिलन; भगवान विष्णु को जगत का भार सौंपेंगे बाबा महाकाल
- भस्म आरती: रजत सर्प, चंद्र के साथ भांग और आभूषण से किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार, श्रद्धालुओं ने लिया भगवान का आशीर्वाद
राष्ट्रपति द्वारा महाकाल मंदिर को वर्ष 2017 का राष्ट्रीय पुरस्कार
उज्जैन | राष्ट्रपति रामनाथ कोविद ने रविवार को विश्व विकलांग दिवस पर महाकाल मंदिर को वर्ष 2017 का राष्ट्रीय पुरस्कार दिया। श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति की ओर से कलेक्टर संकेत भोंडवे ने प्रशस्ति-पत्र नई दिल्ली के विज्ञान भवन में प्राप्त किया। पुरस्कार मंदिर में दिव्यांगों को आदर्श दर्शन व्यवस्था के लिए दिया। कलेक्टर के अनुसार दिव्यांग आसानी से दर्शन-पूजन कर सकें, इसके लिए समिति ने विशेष व्यवस्थाएं की हैं। इससे यह देश का पहला बाधारहित मंदिर बन गया है।
महाकालेश्वर पहला ऐसा मंदिर है, जहां हर कोने में स्वच्छता एवं सुंदरता है। स्वच्छता के सभी मानकों में व्यवस्थाएं खरी उतरी हैं। बाहर से आने वाले श्रद्धालु यहां की व्यवस्थाओं की सराहना करते हैं। इस दौरान पं.आशीष शर्मा, प्रशांत शर्मा, प्रदीप शर्मा, अशोक शर्मा, लोकेश व्यास, प्रशासक प्रदीप सोनी, पंकज मारू, भविष्य खोबरागड़े, सुमन शांताराम भोंडवे, प्रदीप त्रयंबक घाटगे, शैलेंद्र जैन तथा नितिन श्रीमाली मौजूद थे।