- नंदी हाल से गर्भगृह तक गूंजे मंत्र—महाकाल के अभिषेक, भस्मारती और श्रृंगार के पावन क्षणों को देखने उमड़े श्रद्धालु
- महाकाल की भस्म आरती में दिखी जुबिन नौटियाल की गहन भक्ति: तड़के 4 बजे किए दर्शन, इंडिया टूर से पहले लिया आशीर्वाद
- उज्जैन SP का तड़के औचक एक्शन: नीलगंगा थाने में हड़कंप, ड्यूटी से गायब मिले 14 पुलिसकर्मी—एक दिन का वेतन काटने के आदेश
- सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ का संदेश, उज्जैन में निकला भव्य एकता मार्च
- सोयाबीन बेचकर पैसा जमा कराने आए थे… बैंक के अंदर ही हो गई लाखों की चोरी; दो महिलाओं ने शॉल की आड़ में की चोरी… मिनट भर में 1 लाख गायब!
तीन दिनों से सिनेमाघरों में नहीं हो पा रहा है फिल्मों का प्रदर्शन
उज्जैन। प्रदेश भर में तीन दिन से फिल्मों का प्रदर्शन नहीं हो पा रहा है जिसके कारण सिने प्रेमियों में निराशा बनी हुई है। उम्मीद है कि दो दिन के भीतर हड़ताल समाप्त हो जाएगी।
स्थानीय निकायों द्वारा फिल्मों पर लगाये गए मनोरंजन कर के विरोध में यह हड़ताल की जा रही है।
मुंबई से डिस्ट्रीब्यूटर्स ऐसोसिएशन ने फिल्मों के सेटेलाइट चैनल सिंगल पूरे प्रदेश में रोक दिये हैं। इसलिये सिनेमाघर संचालक चाहे भी तो फिल्मों का प्रदर्शन नहीं कर सकते हैं। पहले सिनेमाघरों में रील चलाकर फिल्मों का प्रदर्शन किया जाता था लेकिन अब सिनेमाघरों में फिल्मों का प्रदर्शन सेटेलाइट तकनीक से किया जाता है। पायरेसी रोकने एवं बेहतर क्वालिटी के लिए इस तकनीकी को लाया गया है। मल्टीप्लेक्स के साथ ही सिंगल स्क्रीन में भी सिग्रल के माध्यम से ही फिल्मों का प्रदर्शन हो रहा है।
सिनेमाघर संचालक चाहते हैं कि हड़ताल समाप्त हो लेकिन उनके हाथ में कुछ नहीं है। क्योंकि असल झगड़ा तो मल्टीप्लेक्स वालों का है और इसमें सिंगल स्क्रीन वाले बेवजह पिस रहे हैं। अब चुनाव आचार संहिता लग गई है इसलिए सरकार और स्थानीय निकायों की ओर से कोई राहत मिलना संभव नहीं है। यही वजह है कि अब २-३ दिन के भीतर हड़ताल समाप्त होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। रविवार को कई सिने प्रेमी बड़े पर्दे पर फिल्म का आनंद लेने पहुंचते हैं लेकिन हड़ताल के कारण उन्हें मायुसी का सामना करना पड़ा।