- HMPV से घबराने की कोई जरूरत नहीं! Ujjain मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी का बड़ा बयान, बोले- अफवाहों से बचें...
- उज्जैन में हुआ ऐतिहासिक अंतरराष्ट्रीय ठहाका सम्मेलन, 25 घंटे से ज्यादा चला हास्य कवि सम्मेलन; Golden Book of Records में दर्ज हुआ नया विश्व रिकॉर्ड!
- भस्म आरती: दिव्य रजत मुकुट और चंदन अर्पित करके किया गया बाबा महाकाल का राजा स्वरूप में दिव्य श्रृंगार!
- महाकाल मंदिर के विस्तार के लिए बड़ा कदम, हटाए गए 257 मकान; महाकाल लोक के लिए सवा दो हेक्टेयर जमीन का होगा अधिग्रहण
- भस्म आरती: मस्तक पर भांग, चन्दन, रजत चंद्र और आभूषणों से किया गया बाबा महाकाल का राजा स्वरूप में दिव्य श्रृंगार!
मंगलनाथ मंदिर के पीछे डंपर ने छात्र को रौंदा
उज्जैन। मंगलवार सुबह करीब 11 बजे मंगलनाथ मंदिर के पीछे पुल के पास डंपर की चपेट में आने से महर्षि सांदीपनि कॉलेज में पढऩे वाले बीई के छात्र की मौत हो गई। छात्र एवं उसकी बाइक क्रमांक एमपी 13 ईपी 1825 डम्पर के नीचे फंस गई जिससे वह 20 मीटर तक घसीटते हुए चला गया। इससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। घटना से आक्रोशित लोगों ने ट्रक को घेर लिया और उस पर पथराव कर दिया जिससे ट्रक के कांच फूट गए। इस दौरान ड्राइवर भी भाग निकला। गुस्साए लोगों ने ट्रक को आग लगाने की भी कोशिश की लेकिन समय पर चिमनगंज थाने से पुलिसकर्मी पहुंच गए और गुस्साए लोगों को शांत करवाया। इसके बाद छात्र के शव को पीएम के लिए जिला अस्पताल भेजा। मिली जानकारी के मुताबिक ढाबा रोड निवासी यशवंत पिता प्रमोद पटवा (20) महर्षि सांदीपनि कॉलेज में बीई का छात्र था।
रोज की तरह सुबह कॉलेज बस का इंतजार कर रहा था लेकिन बस नहीं आई तो वह घर से बाइक लेकर कॉलेज के लिए निकला था। रास्त में उसने अंगारेश्वर महादेव के दर्शन किए और जैसे ही मंगलनाथ मंदिर के पीछे पुल के पास पहुंचा इसी दौरान पीछे से रेती भरकर आ रहे ट्रक क्रमांक एमपी ४३ एच ०५९४ ने उसे अपनी चपेट में ले लिया।
ट्रक उसे बाइक सहित 20 मीटर तक घसीटता हुआ ले गया जिससे मौके पर ही यशवंत की मौत हो गई। दुर्घटना के बाद डंपर चालक वहां से भाग निकला। इसके बाद मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई और उन्होंने ट्रक पर पथराव कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जैसे-तैसे मामले को शांत करवाया।
24 को है जन्मदिन
बीई का छात्र यशवंत पटवा सुबह कॉलेज जाने के लिये घर से निकला था। पिता सूरत में हैं, जबकि वह अपनी तीन बहनों के साथ बुआ के पास रहता था। खास बात यह कि यशवंत का 24 अक्टूबर को 20वां जन्मदिन है और उसने जन्मदिन मनाने के लिये फ्रीगंज का एक होटल बुक किया था। उसने अपने परिचतों, दोस्तों और रिश्तेदारों को बर्थ डे के कार्ड बांटे थे लेकिन उससे पहले ही यह भयानक हादसा हो गया।
इकलौता भाई था
यशवंत तीन बहनों का इकलौता भाई था। वह तीनों बहनों के साथ बुआ के यहां रहता था। बुआ ही उनके पढऩे का खर्च भी उठा रही थी। परिजनों ने बताया वह अपने बहनों से बेहद प्यार करता था।