- बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंचे 'तारक मेहता फेम शैलेष लोढ़ा, नंदी हाल में पूजा-अर्चना कर देहरी से किया बाबा महाकाल का अभिषेक
- उज्जैन पुलिस का एक्शन! चाइना डोर पर पूरी तरह रोक, 10 पतंगबाज पर प्रकरण दर्ज
- महाकाल मंदिर के आईटी विभाग का काला सच! ADM की आईडी ब्लॉक कर बेचते थे भस्म आरती की परमिशन, 13 आरोपी गिरफ्तार...
- भस्म आरती: भगवान का अभिषेक कर सूखे मेवे, सिंदूर, आभूषण से किया गया दिव्य श्रृंगार!
- महाकाल मंदिर में अवैध दर्शन घोटाला: रितेश शर्मा न्यायिक हिरासत में, तीन नए नाम उजागर
गड़बड़ी: ग्रीन बेल्ट की जमीन पर कॉलोनी का निर्माण
जीवनखेड़ी में बसंती एनक्लेव, अफसर संदेह के घेरे में
बडऩगर बायपास पर ग्रीन बेल्ट जमीन पर कॉलोनी निर्माण हो रहा है। जानकारी के बावजूद इस अवैध कॉलोनी पर कोई कार्रवाई नहीं करने से अफसरों की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
सर्वविदित है नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के नियमानुसार नदी के दोनों किनारे से २०० मीटर की परिधि में निर्माण नहीं किया जा सकता। बावजूद हरिफाटक रोड से लगे बडऩगर बायपास, पुल के पास जीवनखेड़ी में नदी किनारे बंसती एनक्लेव नाम से कॉलोनी काटी जा रही है।
शासकीय प्राथमिक विद्यालय जीवनखेड़ी के पीछे हो रहे इस अवैध निर्माण की रिपोर्ट हलके के पटवारी ने अफसरों को दे दी, फिर भी कॉलोनाइजर न सिर्फ बाउंड्रीवॉल बल्कि आरसीसी रोड बनाने में भी कामयाब हो गया। मतलब साफ है कि इस अवैध निर्माण में जिम्मेदारों की भी मौन स्वीकृति है।
चल सकता है बुलडोजर, ठगाएंगे खरीददार
कॉलोनाइजर ने कॉलोनी को वैध बताकर मकान बनाने शुरू कर दिए। लोगों को नदी किनारे पूरी तरह नियमानुसार बनी कॉलोनी में कम दर पर भूखंड-मकान देने का प्रचार किया जा रहा है जिससे लोग भ्रमित होकर जाल में फंस रहे हंै। हकीकत में कॉलोनी पर बुलडोजर चलना तय माना जा रहा है।
मूले के नाम जमीन, शर्मा का इंकार
सूत्रों के अनुसार इस तीन बीघा जमीन नामांतरण करीब एक साल पहले मूले के नाम पर हुआ है। बिना अनुमति भूमि परिवर्तन पर राजस्व की धारा ५९ के तहत करीब 13,50000 जुर्माना भी हुआ था। पता चला है कालोनाइजर नंदू शर्मा निर्माण करवा रहे हैं। चर्चा करने पर उन्होंने इस बात से इंकार कर दिया।
विधानसभा में पूछा जवाब
बताया जाता है हाल ही में एक विधायक ने ग्रीन बेल्ट की जमीन पर निर्माण को लेकर विधानसभा में प्रश्न उठाया है। पत्र आने के बाद यहां प्रशासनिक अधिकारी जानकारी जुटाने में लगे हैं। ऐसे में लगातार नियमों की अनदेखी जिम्मेदारों को भारी पड़ सकती है।
विधानसभा द्वारा ग्रीन बेल्ट के संबंध में रिपोर्ट मांगी है, जानकारी पूरी होने के बाद बता सकेंगे।
– शशांक मिश्र, कलेक्टर