उज्जैन नगर निगम में बड़ा मामला: महिला अधिकारी के साथ यौन उत्पीड़न के आरोप में एफआईआर दर्ज, जल्द ही कार्यपालन यंत्री पीयूष भार्गव पर गिर सकती है गाज

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
उज्जैन नगर निगम में एक गंभीर और चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहाँ रिटायर्ड होने के बाद संविदा पर कार्यरत कार्यपालन यंत्री पीयूष भार्गव पर एक महिला अधिकारी को परेशान करने और यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगा है। महिला अधिकारी ने इस घिनौनी घटना के खिलाफ महिला थाने में एफआईआर दर्ज कराई है, जिससे मामला अब तूल पकड़ चुका है।
पीड़िता ने अपनी शिकायत में नगर निगम आयुक्त को बताया कि पीयूष भार्गव ने उसे कई बार फोन कॉल्स और वॉट्सऐप पर आपत्तिजनक मैसेज भेजे। इन मैसेजों में ना सिर्फ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव था, बल्कि लगातार मानसिक उत्पीड़न का शिकार करने के बाद महिला अधिकारी ने पुलिस का रुख किया। एफआईआर में महिला अधिकारी ने आरोप लगाया कि पीयूष ने उसे बार-बार कहा, “मैं तुमसे शारीरिक संबंध बनाना चाहता हूं, तुम कब तैयार हो?” और इस सवाल का जवाब न मिलने पर भी आरोपी अपनी बेशर्मी से बाज़ नहीं आया। महिला ने अपनी शिकायत में चैट्स और ऑडियो रिकॉर्डिंग्स भी सौंपी हैं, जिनमें आरोपी की बातें सुनकर किसी भी महिला को शर्मिंदगी महसूस हो सकती है।
महिला अधिकारी ने लिखा कि पीयूष ने उसे यह भी कहा था, “मैं तुम्हारा इंतजार करूंगा, और तुम कब तैयार हो, मुझे बताना।” कई बार मना करने के बावजूद पीयूष ने अपनी हरकतों को जारी रखा, और यहां तक कि उसे यह कहा कि, “यह मेरा अधिकार है, और मैं इसे छोड़ने वाला नहीं हूं।” महिला अधिकारी ने लिखा कि उसकी इस मानसिक प्रताड़ना के कारण वह बार-बार नौकरी छोड़ने का विचार कर चुकी थी, लेकिन फिर भी वह इससे बाहर निकलने का रास्ता नहीं ढूंढ पाई। महिला अधिकारी ने अपनी शिकायत में साफ तौर पर यह भी लिखा है कि इन हरकतों के कारण वह अत्यधिक मानसिक तनाव से जूझ रही है। उसे कई बार खुद को खत्म करने तक के ख्याल आए हैं, और बार-बार नौकरी से त्यागपत्र देने का मन किया है। लेकिन, जब तक उसे न्याय नहीं मिला, वह चुप नहीं बैठ सकती।
वहीं, महिला अधिकारी की शिकायत के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और बुधवार को आरोपी पीयूष भार्गव के खिलाफ बीएनएस की धारा 75(1) और 78(1) के तहत एफआईआर दर्ज की है। महिला अधिकारी ने अपनी शिकायत में यह भी कहा कि वह अपने सम्मान को बचाने के लिए मामले में महिला जांच अधिकारी के सामने अपनी बात रखेंगी, ताकि इस घटना का सही और न्यायपूर्ण तरीके से समाधान हो सके।