Ujjain : भाजपा ने 12 मंडलों के अध्यक्षों की घोषणा, परिसीमन से जुड़े तीन नए मंडल भी शामिल

Ujjain : भाजपा ने 12 मंडलों के अध्यक्षों की घोषणा, परिसीमन से जुड़े तीन नए मंडल भी शामिल

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया: उज्जैन भाजपा ने बुधवार को दोनों विधानसभाओं के अंतर्गत आने वाले 12 मंडलों के अध्यक्ष और मंडल जिला प्रतिनिधियों की घोषणा कर दी। इन पदों के लिए रायशुमारी के बाद नाम तय किए गए। दिलचस्प बात यह है कि इस सूची में परिसीमन के बाद बढ़े हुए तीन नए मंडल भी शामिल हैं। भाजपा मीडिया प्रभारी दिनेश जाटवा ने बताया कि यह घोषणा जिला निर्वाचन अधिकारी श्याम सुंदर शर्मा, सह…

और पढ़े..

Ujjain: योग शिविर में शामिल हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, योग गुरु परमार्थ देव जी महाराज के साथ सीएम ने किया योग

Ujjain: योग शिविर में शामिल हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, योग गुरु परमार्थ देव जी महाराज के साथ सीएम ने किया योग

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया: उज्जैन के होमगार्ड ग्राउंड नागझिरी में पतंजलि योगपीठ के सहयोग से चल रहे तीन दिवसीय योग शिविर में गुरुवार सुबह मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भाग लिया। “करो योग, रहो निरोग” थीम पर आयोजित इस शिविर में सीएम ने योग गुरु परमार्थ देव जी महाराज के साथ मंच पर योग क्रियाएं कर सभी को प्रेरित किया। शिविर का उद्देश्य फोर्स के जवानों को नेचरोपैथी और स्वस्थ आहार शैली से जोड़ना…

और पढ़े..

भस्म आरती: राजा स्वरूप में सजे बाबा महाकाल, धारण की शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुण्डमाल और रुद्राक्ष की माला

भस्म आरती: राजा स्वरूप में सजे बाबा महाकाल, धारण की शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुण्डमाल और रुद्राक्ष की माला

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया: उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में गुरुवार की सुबह सभा मंडप में वीरभद्र जी के कान में स्वस्ति वाचन कर घंटी बजाई गई, जिसके बाद भगवान से आज्ञा लेकर सभा मंडप के चांदी के पट खोले गए। इसके पश्चात गर्भगृह के पट खोलकर भगवान को जल से स्नान कराया गया। नंदी हाल में भी नंदी जी का स्नान, ध्यान और पूजन किया गया। मंदिर के कपाट खुलने के…

और पढ़े..

5160वीं गीता जयंती आज: विश्व का इकलौता ग्रंथ जिसकी मनाई जाती है जयंती, भगवान श्रीकृष्ण के मुख से हुआ है गीता का उदय …

5160वीं गीता जयंती आज: विश्व का इकलौता ग्रंथ जिसकी मनाई जाती है जयंती, भगवान श्रीकृष्ण के मुख से हुआ है गीता का उदय …

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया: गीता जयंती, हिंदू धर्म में एक ऐसा अद्भुत और पवित्र पर्व है, जो मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की मोक्षदा एकादशी के दिन मनाया जाता है। इस दिन का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि यह श्रीमद्भगवद्गीता के प्रकट होने की जयंती है। गीता, जो केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि जीवन के हर पहलू का मार्गदर्शन करने वाली अमूल्य धरोहर है, इस वर्ष अपनी 5160वीं जयंती मना रही…

और पढ़े..

भस्म आरती: मोक्षदा एकादशी आज, भगवान गणेश स्वरूप में किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार!

भस्म आरती: मोक्षदा एकादशी आज, भगवान गणेश स्वरूप में किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया: उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में बुधवार की सुबह सभा मंडप में वीरभद्र जी के कान में स्वस्ति वाचन कर घंटी बजाई गई, जिसके बाद भगवान से आज्ञा लेकर सभा मंडप के चांदी के पट खोले गए। इसके पश्चात गर्भगृह के पट खोलकर भगवान को जल से स्नान कराया गया। नंदी हाल में भी नंदी जी का स्नान, ध्यान और पूजन किया गया। मंदिर के कपाट खुलने के…

और पढ़े..

महाकाल की शरण में पहुंचे पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ, भस्म आरती में शामिल होकर बाबा महाकाल का लिया आशीर्वाद; करीब दो घंटे नंदी हाल में बैठकर लगाया ध्यान

महाकाल की शरण में पहुंचे पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ, भस्म आरती में शामिल होकर बाबा महाकाल का लिया आशीर्वाद; करीब दो घंटे नंदी हाल में बैठकर लगाया ध्यान

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया: भारत के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक, उज्जैन का श्री महाकालेश्वर मंदिर, आस्था और आध्यात्मिकता का अनुपम केंद्र है। यह पवित्र स्थल न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक वैभव के लिए भी विश्वभर में प्रसिद्ध है। मध्य प्रदेश की पवित्र धरती पर स्थित यह मंदिर हर दिन लाखों श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करता है। महाकालेश्वर मंदिर की भस्म आरती, जो हर सुबह ब्रह्म…

और पढ़े..

भस्म आरती: मस्तक पर चन्दन का त्रिपुण्ड, बिल्व पत्र और सुगंधित पुष्प अर्पित कर किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार!

भस्म आरती: मस्तक पर चन्दन का त्रिपुण्ड, बिल्व पत्र और सुगंधित पुष्प अर्पित कर किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया: उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में मंगलवार की सुबह सभा मंडप में वीरभद्र जी के कान में स्वस्ति वाचन कर घंटी बजाई गई, जिसके बाद भगवान से आज्ञा लेकर सभा मंडप के चांदी के पट खोले गए। इसके पश्चात गर्भगृह के पट खोलकर भगवान को जल से स्नान कराया गया। नंदी हाल में भी नंदी जी का स्नान, ध्यान और पूजन किया गया। मंदिर के कपाट खुलने के…

और पढ़े..

भस्म आरती: बाबा महाकाल को त्रिपुण्ड, त्रिनेत्र, ॐ, भांग, चन्दन और कमल के फूल की माला अर्पित कर राजा स्वरूप में दिव्य श्रृंगार किया गया!

भस्म आरती: बाबा महाकाल को त्रिपुण्ड, त्रिनेत्र, ॐ, भांग, चन्दन और कमल के फूल की माला अर्पित कर राजा स्वरूप में दिव्य श्रृंगार किया गया!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया: उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में सोमवार की सुबह सभा मंडप में वीरभद्र जी के कान में स्वस्ति वाचन कर घंटी बजाई गई, जिसके बाद भगवान से आज्ञा लेकर सभा मंडप के चांदी के पट खोले गए। इसके पश्चात गर्भगृह के पट खोलकर भगवान को जल से स्नान कराया गया। नंदी हाल में भी नंदी जी का स्नान, ध्यान और पूजन किया गया। मंदिर के कपाट खुलने के…

और पढ़े..

भस्म आरती: राजा स्वरूप में सजे बाबा महाकाल, धारण किया शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुण्डमाल और रुद्राक्ष की माला

भस्म आरती: राजा स्वरूप में सजे बाबा महाकाल, धारण किया शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुण्डमाल और रुद्राक्ष की माला

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया: उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में रविवार की सुबह सभा मंडप में वीरभद्र जी के कान में स्वस्ति वाचन कर घंटी बजाई गई, जिसके बाद भगवान से आज्ञा लेकर सभा मंडप के चांदी के पट खोले गए। इसके पश्चात गर्भगृह के पट खोलकर भगवान को जल से स्नान कराया गया। नंदी हाल में भी नंदी जी का स्नान, ध्यान और पूजन किया गया। मंदिर के कपाट खुलने के…

और पढ़े..

Ujjain : 8 से 12 दिसंबर तक मनाया जाएगा अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव, गीतकार मनोज मुंतशिर आयोजन में शामिल होकर बढ़ाएंगे शोभा

Ujjain : 8 से 12 दिसंबर तक मनाया जाएगा अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव, गीतकार मनोज मुंतशिर आयोजन में शामिल होकर बढ़ाएंगे शोभा

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया: गीता जयंती, हिंदू धर्म में एक अद्भुत और पवित्र पर्व है, जिसे मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की मोक्षदा एकादशी तिथि को मनाया जाता है। यह दिन श्रीमद्भगवद्गीता के जन्म का प्रतीक है, जो न केवल एक ग्रंथ है, बल्कि जीवन का सार भी है। इस वर्ष गीता की 5160वीं जयंती मनाई जाएगी, जो भगवान कृष्ण द्वारा अर्जुन को दिए गए दिव्य ज्ञान की स्मृति को ताजा करती है। वहीं,…

और पढ़े..
1 2 3 580