उज्जैन में जगमगाई तपोभूमि, जिनालय सजे

उज्जैन में जगमगाई तपोभूमि, जिनालय सजे

दिगंबर जैन समाज के पर्वाधिराज पर्युषण पर्व भाद्रपद शुक्ल शुक्रवार 10 सितंबर से शुरू हुए, जो 19 सितंबर तक चलेंगे। दसलक्षण पर्व के अवसर पर जिनालयों को आकर्षक रूप से सजाया गया है। मंदिरों को फूलों और लाइट से भी डेकोरेट किया गया है। मंदिरों में दसों दिन तक धार्मिक आयोजन होंगे। सुगंध दशमी 16 सितंबर को मनाई जाएगी। 19 सितंबर को अनन्त चतुर्दशी और 21 सितंबर को क्षमावाणी पर्व मनाया जाएगा। इस वर्ष भी…

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धर्म समाज:साध्वीश्री ने पोषध कर्तव्य का समझाया सार

धर्म समाज:साध्वीश्री ने पोषध कर्तव्य का समझाया सार

साध्वीवर्या श्री शुद्धि प्रसन्ना, श्री प्रवृध्दि, श्री समृद्धि की निश्रा में आयोजित पर्वाधिराज पर्यूषण के दौरान प्रवचन माला में तीसरे दिन रविवार को साध्वी श्री प्रवृद्धि ने पौषध रूपी कर्तव्य का अधिकार का विस्तार समाजजनों को बताया। पौषध याने जो धर्म को पुष्ट बनाए, जो आत्मा को पुष्ट बनाए, जो पाप का शोषण और पुण्य का पोषण करें, जो आत्मा को स्वभाव में विचार करें जो आत्मगुणों के प्रकटीकरण में निमित्त रूप बने उसका नाम…

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महाकाल की शाही सवारी का खर्च उठाएंगे अघोरी बाबा

महाकाल की शाही सवारी का खर्च उठाएंगे अघोरी बाबा

बाबा बमबम नाथ उज्जैन में शिप्रा नदी के किनारे धूनी रमाए मिल जाएंगे। बाबा हर साल महाकाल की शाही सवारी के स्वागत-सत्कार की तैयारी कराते हैं। सजावटी फूलों से लेकर बंदनवार, टेंट, कनात, रेड कारपेट, आतिशबाजी सहित शाही सवारी में होने वाले कई अन्य खर्च भी बाबा ही उठाते हैं। 15 साल से शाही सवारी का बाबा बमबम नाथ खर्च उठाते हैं। यह खर्च लाखों रुपए में होता है। कहने को बाबा अघोरी की तरह…

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नागपंचमी पर कालसर्प दोष निवारण के लिए उज्जैन के सिद्धवट पर श्रद्धालुओं का जमावड़ा

नागपंचमी पर कालसर्प दोष निवारण के लिए उज्जैन के सिद्धवट पर श्रद्धालुओं का जमावड़ा

नागपंचमी के अवसर पर उज्जैन में कालसर्प दोष निवारण की पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन बिना मुहुर्त के भी यह पूजा की जा सकती है। इसकी पौराणिक मान्यता है। इसके चलते उज्जैन में नागपंचमी के अवसर पर शुक्रवार को हजारों की तादाद में श्रद्धालु मंदिर के दर्शन पहुंचे। पंडित द्वारकेश व्यास ने बताया कि नाग पंचमी के दिन पंचमी तिथि होने की वजह से किसी मुहुर्त की आवश्यकता नहीं होती। यह किसी भी…

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उज्जैन में विश्व प्रसिद्ध नागचंद्रेश्वर के पट खुले

उज्जैन में विश्व प्रसिद्ध नागचंद्रेश्वर के पट खुले

उज्जैन में नागपंचमी पर विश्व प्रसिद्ध नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट गुरुवार रात 12 बजे खोले गए। प्रथम पूजन श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गिरी और मंदिर समिति के प्रशासक नरेंद्र सूर्यवंशी ने किया। श्री नागचंद्रेश्वर की प्रतिमा के बाद अंदर गर्भगृह में श्री नागचंद्रेश्वर के शिवलिंग के पूजन किए। इसके बाद श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन दर्शन की शुरुआत की गई। कोरोना की वजह से मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित है।

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योगी आदित्यनाथ के लिए MP में नींबू-मिर्च से यज्ञ:जल्दी स्वस्थ होने के लिए उज्जैन के बगलामुखी मंदिर में 9 दिन तक देंगे आहुतियां

योगी आदित्यनाथ के लिए MP में नींबू-मिर्च से यज्ञ:जल्दी स्वस्थ होने के लिए उज्जैन के बगलामुखी मंदिर में 9 दिन तक देंगे आहुतियां

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जल्द स्वस्थ होने के लिए उज्जैन में 9 दिन का यज्ञ शुरू हो गया है। उज्जैन के भैरवगढ़ मार्ग स्थित बगलामुखी मंदिर में मिर्ची यज्ञ हो रहा है। बगलामुखी मंदिर के पीर योगी रामनाथ ने बताया तिल्ली, खड़ी लाल मिर्च, घी, तिल्ली, नमक, नींबू, सरसों तेल और अनाज हवन कुंड में डाला जा रहा है। यूपी के CM दो दिन पहले कोरोना पॉजटिव आए हैं। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री…

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महाकाल मंदिर के पुजारी व पुरोहितों का निर्णय:रंगपंचमी पर महाकाल की गेर नहीं, मंदिर में केवल ध्वज पूजन

महाकाल मंदिर के पुजारी व पुरोहितों का निर्णय:रंगपंचमी पर महाकाल की गेर नहीं, मंदिर में केवल ध्वज पूजन

रंगपंचमी पर 2 अप्रैल को इस बार महाकाल मंदिर से गेर नहीं निकाली जाएगी। केवल मंदिर प्रांगण में ही परंपरागत रूप से ध्वज पूजन किया जाएगा। यह निर्णय मंदिर के सभी पुजारी और पुरोहितों ने लेते हुए बताया कि कोरोना संक्रमण से बचाव तथा प्रशासन की गाइड लाइन का पालन करते हुए आयोजन किया जाएगा। हर साल की तरह इस बार महाकालेश्वर ध्वज चल समारोह समिति के तत्वावधान में रंगपंचमी की शाम गेर नहीं निकालते…

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आज रात में जलेगी 5000 कंडों की होली

आज रात में जलेगी 5000 कंडों की होली

उज्जैन। शहर की सबसे प्राचीन सिंहपुरी की 5000 कंडों की होलिका का आज दहन होगा। पंडित रूपम व्यास ने बताया कि होली के सबसे ऊपरी हिस्से में हनुमानजी का झंडा लगाया जाता है। वह जिस तरफ गिरता है उसके आधार पर पंचाग बनाया जाता है। झंडा कभी जलाया नहीं जाता है। होली जलने के बाद अस्थियों की पूजा घर की महिलाएं करती है। यह शहर की एकमात्र होली है जिसे चकमक पत्थर से जलाया जाता…

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उज्जैन में महाकाल मंदिर से शुरू हुई होली:महाकाल की भस्म आरती में जमकर उड़ा रंग-गुलाल

उज्जैन में महाकाल मंदिर से शुरू हुई होली:महाकाल की भस्म आरती में जमकर उड़ा रंग-गुलाल

कोरोना संक्रमण के बाद सोमवार को देशभर में धूमधाम से होली का पर्व मनाया जा रहा है। बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में भी होली की धूम है। परंपरा अनुसार होली के त्योहार की शुरुआत शहर में सबसे पहले बाबा महाकाल मंदिर प्रांगण से हुई। बाबा महाकाल के दर पर धूमधाम से होली का उत्सव मनाया गया। सुबह 4 बजे होने वाली भस्म आती में इस बार भक्त तो शामिल नहीं हो पाए, लेकिन पंडे-पुजारियों…

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उज्जैन:चिंतामण गणेश की पहली जत्रा 31 को, मेला नहीं लगेगा

उज्जैन:चिंतामण गणेश की पहली जत्रा 31 को, मेला नहीं लगेगा

उज्जैन।प्रतिवर्ष चैत्र मास में लगने वाली भगवान चिंतामण गणेश की जत्रा का आयोजन इस वर्ष 31 मार्च से शुरू होगा, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण मेले का आयोजन निरस्त किया गया है।मंदिर के पुजारी पं. राहुल ने बताया कि भगवान चिंतामण गणेश की पहली जत्रा 31 मार्च को, दूसरी 7 अप्रैल, तीसरी 14 और चौथी जत्रा 21 अप्रैल को रामनवमी के दिन होगी। इस वर्ष कोविंड 19 संक्रमण की वजह से चिंतामण पर लगने वाला…

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