- भगवान महाकाल को दान में आई अनोखी भेंट! भक्त ने गुप्त दान में चढ़ाई अमेरिकी डॉलर की माला, तीन फीट लंबी माला में है 200 से अधिक अमेरिकन डॉलर के नोट
- भस्म आरती: राजा स्वरूप में सजे बाबा महाकाल, मस्तक पर हीरा जड़ित त्रिपुण्ड, त्रिनेत्र और चंद्र के साथ भांग-चन्दन किया गया अर्पित
- श्री महाकालेश्वर मंदिर में एंट्री का हाईटेक सिस्टम हुआ लागू, RFID बैंड बांधकर ही श्रद्धालुओं को भस्म आरती में मिलेगा प्रवेश
- कार्तिक पूर्णिमा आज: उज्जैन में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, माँ क्षिप्रा में स्नान के साथ करते हैं सिद्धवट पर पिंडदान
- भस्म आरती: भांग, चन्दन और मोतियों से बने त्रिपुण्ड और त्रिनेत्र अर्पित करके किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार!
कार्तिक मास में 20 नवंबर को निकलेगी महाकाल की पहली सवारी
कार्तिक-अगहन मास में 20 नवंबर को भगवान महाकाल की पहली सवारी निकलेगी। राजाधिराज महाकाल रजत पालकी में सवार होकर तीर्थपूजन के लिए शिप्रा तट जाएंगे। शाम चार बजे शाही ठाठबाट के साथ अवंतिकानाथ की सवारी निकलेगी। बता दें इस बार कार्तिक अगहन मास में भगवान महाकाल की पांच सवारी निकलेगी। पं. महेश पुजारी ने बताया कार्तिक मास में तीर्थपूजन का विशेष महत्व है। भगवान महाकाल उज्जैन के राजा हैं, इसलिए वे भी तीर्थपूजा के लिए…
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