गुरुवार भस्म आरती दर्शन:भगवान महाकाल के मस्तक पर तिलक, सूखे मेवे, भांग से श्रृंगार; फलों की माला अर्पित की

गुरुवार भस्म आरती दर्शन:भगवान महाकाल के मस्तक पर तिलक, सूखे मेवे, भांग से श्रृंगार; फलों की माला अर्पित की

विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण माह के गुरुवार को तड़के भस्म आरती के दौरान तीन बजे मंदिर के कपाट खोले गए। जल से भगवान महाकाल का अभिषेक करने के पश्चात दूध, दही, घी, शक्कर, शहद, फलों के रस से बने पंचामृत से पूजन किया गया। भांग, चंदन, सूखे मेवों और आभूषणों से बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार किया गया। ड्रायफ्रूट भांग आभूषण अर्पित कर भगवान महाकाल को भस्म चढ़ाई गई, शेषनाग का रजत…

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चंद्रयान की सॉफ्ट लैंडिंग के लिए महाकाल से प्रार्थना:भस्म आरती में चंद्रयान की तस्वीर लेकर पहुंचे श्रद्धालु; पहले अभिषेक किया था

चंद्रयान की सॉफ्ट लैंडिंग के लिए महाकाल से प्रार्थना:भस्म आरती में चंद्रयान की तस्वीर लेकर पहुंचे श्रद्धालु; पहले अभिषेक किया था

चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग के लिए उज्जैन में 14 जुलाई को अनुष्ठान-अभिषेक किया गया था। अब करीब 40 दिन बाद चांद की सतह पर चंद्रयान की लैंडिंग होने जा रही है। देश भर के लोग चंद्रयान की सॉफ्ट लैंडिंग के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। इसके लिए उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती के दौरान विशेष पूजन अर्चन किया गया। पंडित यश गुरु ने बताया कि भस्म आरती के दौरान श्रद्धालु और भारतवासियों की मंशा…

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सावन के सातवें सोमवार और नागपंचमी का संयोग:नागचंद्रेश्वर के रूप में श्रृंगार, 40 मिनट में दर्शन का दावा; शाम 4 बजे सवारी

सावन के सातवें सोमवार और नागपंचमी का संयोग:नागचंद्रेश्वर के रूप में श्रृंगार, 40 मिनट में दर्शन का दावा; शाम 4 बजे सवारी

सावन महीने का सातवां सोमवार है। नागपंचमी और सोमवार का संयोग बना है। उज्जैन में महाकाल के दर्शन के लिए रात 12 बजे से श्रद्धालु लाइन में लगना शुरू हो गए थे। रात 2.30 बजे भस्म आरती के लिए मंदिर के पट खोले गए। भगवान महाकाल का पंचामृत अभिषेक पूजन कर भस्म रमाई गई। पट खुलने के बाबा महाकाल को पंडे – पुजारियों ने नियमानुसार जल चढ़ाकर दूध, घी, शहद, शक्कर व दही से पंचामृत…

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साल में एक दिन के लिए खुला श्री नागचंद्रेश्वर मंदिर:आधी रात को हुआ त्रिकाल पूजन; रात से कतारों में लगे भक्त, 1 घंटे में दर्शन का दावा

साल में एक दिन के लिए खुला श्री नागचंद्रेश्वर मंदिर:आधी रात को हुआ त्रिकाल पूजन; रात से कतारों में लगे भक्त, 1 घंटे में दर्शन का दावा

आज सावन महीने का सातवां सोमवार है। नागपंचमी और सोमवार का संयोग बना है। उज्जैन के महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के शीर्ष पर विराजमान श्री नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट रविवार आधी रात को खोल दिए गए। ये पट साल में एक बार नागपंचमी पर ही खुलते हैं। सबसे पहले श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गिरि महाराज ने त्रिकाल पूजन और अभिषेक किया। फिर दर्शन का क्रम शुरू हो गया। प्राचीनकाल से पंचांग तिथि अनुसार सावन…

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नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए पहली बार ऑनलाइन बुकिंग:नागपंचमी पर शीघ्र दर्शन टिकट के लिए ऑफलाइन काउंटर भी लगेंगे

नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए पहली बार ऑनलाइन बुकिंग:नागपंचमी पर शीघ्र दर्शन टिकट के लिए ऑफलाइन काउंटर भी लगेंगे

श्री महाकालेश्वर मंदिर में स्थित श्री नागचंद्रेश्वर भगवान के दर्शन को आने वाले श्रद्धालु यदि शीघ्र दर्शन टिकट लेकर दर्शन करना चाहते हैं, तो ऑनलाइन बुकिंग भी करवा सकते हैं। पहली बार मंदिर प्रशासन ने नागचंद्रेश्वर की टिकट ऑनलाइन की है। इसके अलावा, शीघ्र दर्शन टिकट के ऑफलाइन काउंटर की व्यवस्था भी रहेगी। ऑनलाइन बुकिंग की व्यवस्था संभवत: शनिवार से शुरू हो जाएगी। दर्शन व्यवस्था निर्धारित करने के लिए प्रशासन के अधिकारियों ने शुक्रवार को…

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शनिवार भस्म आरती दर्शन:भांग, चंदन, आभूषणों से बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार

शनिवार भस्म आरती दर्शन:भांग, चंदन, आभूषणों से बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार

विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण माह के शनिवार को तड़के भस्म आरती के दौरान 3 बजे मंदिर के कपाट खोले गए। जल से भगवान महाकाल का अभिषेक करने के पश्चात दूध, दही, घी, शक्कर, शहद और फलों के रस से बने पंचामृत से पूजन – अभिषेक किया गया। भांग, चंदन, सूखे मेवों से बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार किया गया। भगवान महाकाल को रजत का त्रिपुण्ड और चंद्र अर्पित कर श्रृंगार किया गया,…

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शुक्रवार भस्म आरती दर्शन:भगवान महाकाल के मस्तक पर त्रिपुण्ड अर्पित कर दिव्य श्रृंगार

शुक्रवार भस्म आरती दर्शन:भगवान महाकाल के मस्तक पर त्रिपुण्ड अर्पित कर दिव्य श्रृंगार

बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक दक्षिण मुखी विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण माह के शुक्रवार को तड़के 3 बजे मंदिर के कपाट खोलने के पश्चात भगवान महाकाल जल से अभिषेक किया गया। पण्डे पुजारियों ने दूध,दही,घी,शहद,शक्कर फलों के रस से बने पंचामृत से बाबा महाकाल का अभिषेक पूजन किया। देवों के देव बाबा महाकाल के मस्तक पर त्रिपुण्ड और चंद्र के साथ मोगरे के सुगंधित पुष्प अर्पित कर दिव्य स्वरूप में श्रृंगार किया…

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बाबा महाकाल को लगेगा लड्डूओं का महाभोग:रक्षाबंधन पर्व पर सबसे पहले बंधेगी राखी फिर लगेगा भोग

बाबा महाकाल को लगेगा लड्डूओं का महाभोग:रक्षाबंधन पर्व पर सबसे पहले बंधेगी राखी फिर लगेगा भोग

श्री महाकालेश्वर मंदिर में भगवान महाकाल के आंगन में सबसे पहले त्यौहार मनाए जाते है। इस बार भी रक्षाबंधन का पर्व सबसे पहले मनाया जाएगा। सुबह भस्म आरती में बाबा महाकाल को राखी बांधी जाएगी। इसके बाद भगवान को लड्डूओं का महाभोग लगाया जाएगा। सुबह दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को लड्डू का प्रसाद वितरित होगा। इस बार 30 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा रक्षाबंधन पर महाकालेश्वर मंदिर में पुजारी परिवार द्वारा बाबा महाकाल को…

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आकर्षक बनेगा सवारी का पूजन स्थल:महाकाल द्वार की अलग तरह की डिजाइन…रोड अगर 20 से 24 मीटर हुआ तो बगैर डिजाइन बदले चौड़ा कर पाएंगे द्वार

आकर्षक बनेगा सवारी का पूजन स्थल:महाकाल द्वार की अलग तरह की डिजाइन…रोड अगर 20 से 24 मीटर हुआ तो बगैर डिजाइन बदले चौड़ा कर पाएंगे द्वार

महाकाल सवारी मार्ग को धार्मिक महत्व पर अलग तरीके से बनाने को लेकर काम शुरू हो गया है। वहीं अब सवारी मार्ग में दो द्वार भी बनने वाले हैं। एक महाकाल द्वार और दूसरा सवारी द्वार। दोनों की डिजाइन फाइनल हो चुकी है। महाकाल द्वार की खासियत है कि इसे ऐसे डिजाइन किया है ताकि रोड को चौड़ा भी करना पड़े तो द्वार के आकर्षण से छेड़छाड़ नहीं होगी। महाकाल चौराहे पर ही महाकाल द्वार…

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महाकाल लोक में सप्तऋषि की नई मूर्तियां लगाईं:मुंबई से बनकर आईं, अभी कपड़े से कवर; CM शिवराज कर सकते हैं अनावरण

महाकाल लोक में सप्तऋषि की नई मूर्तियां लगाईं:मुंबई से बनकर आईं, अभी कपड़े से कवर; CM शिवराज कर सकते हैं अनावरण

उज्जैन के महाकाल लोक में 28 मई को आंधी-पानी के बीच गिरीं सप्तऋषि की मूर्तियां दोबारा लगा दी गई हैं। 7 मूर्तियां सोमवार देर रात मुंबई से उज्जैन लाई गईं। मूर्तियों को इनकी जगह पर लगाकर कपड़े से कवर किया गया है। श्रद्धालुओं को इनके पास जाने की इजाजत नहीं है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इनका अनावरण कर सकते हैं। सप्तऋषि की 7 में से 5 मूर्तियां गिरकर खंडित हो गई थीं। मूर्तियां गिरने के…

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