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- भस्म आरती: रजत सर्प, चंद्र के साथ भांग और आभूषण से किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार, श्रद्धालुओं ने लिया भगवान का आशीर्वाद
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80/84 श्री स्वप्नेश्वर महादेव
80/84 श्री स्वप्नेश्वर महादेव काफी समय पहले कल्माषपाद नाम के एक राजा हुआ करते थे। एक बार उन्होने वन में वशिष्ट मुनि के पुत्र ओर बहू को देखा । उस समय उनका पुत्र ध्यान में बैठा हुआ था। राजा ने मुनि से कहा कि रास्ते से हट जाओं परंतु मुनि ने नहीं सुना, तो राजा ने क्रोध में आकर मुनि पर चाबुक से प्रहार करना शुरू कर दिया। यह देख वशिष्ट मुनि के दूसरे पुत्र…
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