ये दर्द की इंतेहा है:भाई को मुखाग्नि देने के 4 दिन बाद पिता भी नहीं रहे
संक्रमण काल की सबसे भयावह तस्वीर सोमवार को सामने आई। शहर के शांतिवन में अपने कांधों पर पिता का शव लेकर पहुंची युवती के आंसू पत्थर बन चुके थे। क्योंकि चार दिन पहले ही संक्रमण से लड़ते हुए हारे भाई के शव को मुखाग्नि देने इसी जगह पर अकेली आई थीं। संक्रमण से पूरा परिवार टूटने की यह कहानी शहर के एमएलबी स्कूल में प्रिंसिपल के रूप में अपनी सेवा दे चुके 61 वर्षीय अवधेशकुमार…
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