जल संवर्धन और योजनाओं के त्वरित क्रियान्वयन पर कलेक्टर ने कसी लगाम, समीक्षा बैठक में दिए सख्त निर्देश; बैठक में सीएम हेल्पलाइन से जुड़े प्रकरणों की भी समीक्षा की गई!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
उज्जैन जिला प्रशासन द्वारा जल संरक्षण और योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर सोमवार को एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। प्रशासनिक संकुल भवन के सभाकक्ष में आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने की। बैठक में जल गंगा संवर्धन अभियान सहित विभिन्न समयावधि पत्रों, जन कल्याणकारी योजनाओं और प्रशासनिक कार्यों की विस्तार से समीक्षा की गई।
कलेक्टर सिंह ने जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत जनपद पंचायतवार प्रगति की गहन समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को तेज़ी से काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिले में प्राचीन कुओं और बावड़ियों की सफाई कर उन्हें दोबारा जल संरक्षण के लिए तैयार किया जाए। साथ ही जिन जल स्रोतों की सफाई हो चुकी है, उनका समय-समय पर रखरखाव भी सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने अमृत सरोवरों के निर्माण पर विशेष ध्यान देने और प्रारंभिक कार्यों के समय-समय पर फॉलोअप की आवश्यकता पर भी बल दिया।
बैठक में उन्होंने विभिन्न विभागों की योजनाओं की भी समीक्षा की, विशेष रूप से उद्यानिकी विभाग को निर्देशित किया गया कि क्षिप्रा नदी के दोनों ओर पौधारोपण करवाया जाए। इसके अतिरिक्त, नदी के समीप ज़मीन रखने वाले किसानों को भी पौधारोपण हेतु पौधे उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए, ताकि पर्यावरणीय संतुलन के साथ जल संरक्षण का लक्ष्य भी प्राप्त किया जा सके।
शासकीय विद्यालयों में रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अनिवार्य रूप से लगाए जाने के निर्देश भी बैठक में दिए गए। इससे न सिर्फ वर्षा जल का संचयन होगा, बल्कि बच्चों में भी जल संरक्षण की समझ विकसित होगी।
कलेक्टर ने प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) की समीक्षा करते हुए कहा कि पात्र हितग्राहियों को शत-प्रतिशत योजना का लाभ दिलवाया जाए। साथ ही उन्होंने जिले में नरवाई जलाने पर पूर्ण प्रतिबंध की बात दोहराते हुए स्पष्ट किया कि यदि कहीं भी नरवाई जलाने की घटना सामने आती है तो संबंधित के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा, बैठक में सीएम हेल्पलाइन से जुड़े प्रकरणों की भी समीक्षा की गई। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि नागरिकों की शिकायतों का जल्द से जल्द और प्रभावी निराकरण हो। उन्होंने सभी राजस्व अधिकारियों को सीमांकन के कार्य में तेजी लाने के निर्देश भी दिए।
बैठक में जिला पंचायत की सीईओ जयति सिंह, एडीएम प्रथम कौशिक, नगर निगम आयुक्त आशीष पाठक, अपर कलेक्टर एमएस कवचे सहित समस्त एसडीएम एवं अन्य विभागीय अधिकारीगण उपस्थित थे।