गहनों से लेकर गॉगल्स तक बैन: NEET 2025 उज्जैन सेंटरों पर पुलिस तैनात, प्रवेश से पहले फिंगरप्रिंट जांच; मोबाइल, वॉच और पर्स भी बैन

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
NEET UG 2025 की परीक्षा आज यानी 4 मई 2025 (रविवार) को देशभर में आयोजित हो रही है। मेडिकल और डेंटल कोर्सेस में दाखिले के लिए यह सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा मानी जाती है। इस वर्ष परीक्षा में करीब 20 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल होने जा रहे हैं, और परीक्षा देश के 552 शहरों में आयोजित की जाएगी, जिसमें जम्मू-कश्मीर के 10 शहर भी शामिल हैं। केंद्रीय परीक्षा एजेंसी NTA ने इस बार परीक्षा को पूरी तरह नकलमुक्त, निष्पक्ष और सुरक्षित बनाने के लिए सख्त गाइडलाइंस जारी की हैं।
इसी बीच, रविवार को उज्जैन के 9 सेंटरों पर आयोजित मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET इस बार कड़े सुरक्षा इंतज़ाम और अभूतपूर्व सख्ती के लिए चर्चा में रही। दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक चली इस परीक्षा के लिए सुबह 11 बजे से ही परीक्षार्थियों की सघन जांच शुरू हो गई थी। परीक्षा को पूरी तरह नकल रहित और पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से इस बार न केवल इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों बल्कि व्यक्तिगत पहनावे और सामानों पर भी कठोर पाबंदियाँ लगाई गईं।
हर परीक्षार्थी के प्रवेश पत्र और आधार कार्ड का गहन मिलान किया गया। इसके बाद बायोमेट्रिक मशीन के ज़रिए फिंगरप्रिंट और लाइव फोटो लिए गए। पहचान की पुष्टि के बाद प्रवेश पत्र पर होलोग्राम चिपकाया गया जिससे डुप्लीकेसी या फर्जीवाड़े की कोई संभावना ही न बचे। वहीं, परीक्षा के लिए बनाए गए 9 केंद्रों – जिनमें पॉलिटेक्निक कॉलेज, पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय और शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज शामिल हैं – पर थाना प्रभारियों और पुलिस बल की विशेष तैनाती रही। परीक्षा में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी रोकने के लिए प्रशासन ने तीन उड़न दस्ते तैनात किए थे, जबकि दो एसडीएम को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया।
इस बार की परीक्षा में मोबाइल, कैलकुलेटर, ब्लूटूथ, स्मार्ट वॉच, इयरफोन, गॉगल्स, घड़ी, कैमरा, एटीएम कार्ड, पर्स, हैंडबैग और किसी भी प्रकार के गहनों को लेकर आने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया था। ये कदम परीक्षा की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए थे। इसके अलावा इस बार की NEET परीक्षा में सुरक्षा मानकों के चलते छात्राओं तक को नाक के कांटे, कान की बालियाँ और अन्य आभूषण उतारने पड़े। बालों में केवल सामान्य हेयर बेल्ट की अनुमति दी गई, जिससे हर परीक्षार्थी की पहचान में कोई दिक्कत न हो। परीक्षार्थियों को केवल पारदर्शी बोतल में पानी लाने की अनुमति दी गई थी।