शारदीय नवरात्रि पर्व: नवरात्रि के नौ दिन माता हरसिद्धि नहीं करती हैं शयन; प्रतिदिन प्रज्वलित होगी दीपमालिकाएं

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:

शारदीय नवरात्रि पर्व, जो माँ दुर्गा की पूजा के लिए समर्पित है, हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। 2024 में, शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर गुरुवार से शुरू होकर 12 अक्टूबर शनिवार तक चलेगी। बता दें, शारदीय नवरात्रि अन्य नवरात्रियों में सबसे अधिक प्रचलित और लोकप्रिय है। ऐसे में पूरे देश में शारदीय नवरात्रि का पर्व धूमधाम और उल्लास के साथ मनाया जाएगा।

वहीं, उज्जैन में स्थित हरसिद्धि माता का मंदिर एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जो 52 शक्तिपीठों में से एक है। कहा जाता है यहाँ माता सती की कोहनी गिरी थी। बता दें, नवरात्रि में सबसे ज्यादा श्रद्धालु शक्तिपीठ हरसिद्धि माता के दरबार में पहुंचते हैं। ऐसे में हरसिद्धि मंदिर समेत शहर में स्थित प्रमुख देवी मंदिरों में नवरात्रि पर्व की तैयारियां जोरों से चल रही हैं। मंदिर में साफ-सफाई के साथ ही रंगाई-पुताई हो चुकी है। श्री हरसिद्धि माता मंदिर में भी नवरात्रि पर्व की तैयारियां पूर्ण हो चुकी हैं।

नवरात्रि के पहले दिन 3 अक्टूबर को सुबह हरसिद्धि माता मंदिर में घटस्थापना होगी। इसके साथ नौ दिवसीय आयोजन के साथ ही प्रतिदिन मां हरसिद्धि का अभिषेक पूजन के बाद श्रृंगार किया जाएगा और इस अनुष्ठान का समापन दशमी तिथि पर होगा। कहा जाता है कि नवरात्रि के नौ दिन माता हरसिद्धि शयन नहीं करती हैं। ऐसे में नवरात्रि के नौ दिन मंदिर में शयन आरती नहीं होती है। शयन आरती का क्रम दसवें दिन से प्रारंभ होगा।

बता दें, शारदीय नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की प्रतिमाएं विराजित की जाती हैं, साथ ही कई स्थानों पर गरबा और रामलीलाओं का आयोजन किया जाता है। इस 9 दिन के महापर्व के पहले दिन घटस्थापना की जाती है और मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा भी की जाती है। नवरात्रि के नौ दिनों में व्रत भी रखा जाता है और पूरे नियमों के साथ मां दुर्गा की आराधना की जाती है।

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