- आज की सबसे बड़ी सुर्खियाँ | सिर्फ एक Click पर पाएं ताज़ा अपडेट्स | Ujjain Live
- सिंहस्थ 2028 की तैयारियों में आई तेज़ी, शासन की उच्चस्तरीय समीक्षा और निर्माण कार्यों पर कलेक्टर की पैनी नज़र; कल अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा लेंगे बैठक!
- उज्जैन की सड़कों पर विकास की नई सुबह: दो प्रमुख मार्गों को मिली स्वीकृति, बाकी कार्यों की प्रक्रिया भी तेज़ी से आगे बढ़ रही!
- Amul और Akash जैसी कंपनियों के साथ जुड़ने का सुनहरा अवसर: उज्जैन में हुआ MSME विकास कार्यशाला का आयोजन, नगर निगम अध्यक्ष कलावती यादव ने किया शुभारंभ!
- सिंहस्थ 2028 की तैयारियों में जुटा होमगार्ड विभाग: डीजी ने लिया जायज़ा, दिए निर्माण कार्य तेज़ करने के निर्देश!
अब रिपोर्ट आने तक पीटीएस में ही रहेंगे कोरोना संदिग्ध

सैंपल लेकर जांच के लिए भेज देंगे…रिपोर्ट निगेटिव आने पर होगी घर वापसी
उज्जैन:अब सर्दी-खांसी-बुखार आने पर जो भी व्यक्ति उपचार के लिए फीवर क्लिनिक पहुंचेगा, उसके लक्षण संदिग्ध आने पर कोरोना जांच हेतु सैंपल लेकर उसे पीटीएस भेज दिया जाएगा। ताकि वहां पर वह रिपोर्ट आने तक क्वारेंटाईन रहे।
एक मरीज पहुंच गया था मक्सी
डॉ. एचपी सोनानिया के अनुसार एक सर्दी-खांसी-बुखार का मरीज फीवर क्लिनिक आया। उसका सैंपल लिया और कहा कि घर में ही रिपोर्ट आने तक रहना है। उसकी रिपोर्ट पॉजीटिव आने पर उसे मोबाइल फोन किया तो उसने बताया कि वह तो पारिवारिक काम से मक्सी में है। तब उसे मक्सी से उज्जैन लाया गया और भर्ती किया गया। उसकी कांटेक्ट हिस्ट्री पूछी गई और जितने लोग उज्जैन तथा मक्सी के उसके सम्पर्क में आए, उनको होम क्वाारेंटाइन करते हुए उन पर सतत नजर रखी गई। जब यह मामला मो.सुलेमान के संज्ञान में लाया गया तो उन्होने निर्देश दे दिए जिसका पालन सोमवार से हो रहा है।
दहशत में आ गए हैं मरीज
एसीएस सुलेमान के निर्देश का पालन करवाना जब सोमवार को प्रारंभ किया गया तो फीवर क्लिनिक आए मरीज और उनके परिवार दहशत में आ गए। उनका कहना था कि हम तो दिखाने आए थे। सेम्पल लेने के बाद घर नहीं जाने दे रहे। कहते हैं रिपोर्ट आने तक पीटीएस में रहना होगा। न तो तैयारी से आए और न ही सोचा था। कुछ ने तो घर से कपड़े आदि सामान लाकर दिया। संक्रमण रोकने के लिए उठाया जा रहा इस कदम को लेकर लोग यह अफवाह फैला रहे हैं कि फीवर क्लिनिक मत जाओ, वहां सैंपल लेकर पीटीएस भेज देंगे।
इन्होने की अपील
माधवनगर हॉस्पिटल के प्रभारी ने अपील की है कि शहरवासी अफवाहों पर ध्यान न दें। जो मरीज कोरोना संदिग्ध होता है,उसी का सेम्पल लिया जाता है। सेम्पल की रिपोर्ट आने तक यदि उसे पीटीएस में रखा जा रहा है तो वह उसके और उसके परिवार के लिए अच्छा है। घर में इतनी सावधानी नहीं रख पाते हैं। इससे तो परिवार संक्रमित होने से बच जाएगा।