डॉक्टरों को चाहिए एक चार का गार्ड

जिला चिकित्सालय में डॉक्टर के साथ मरीज महिला के परिजनों द्वारा मारपीट व स्टाफकर्मियों से अभद्रता से गुस्साये डॉक्टरों द्वारा आरोपियों पर गिरफ्तारी के साथ सुरक्षा की मांग को लेकर सोमवार को दो घंटे काम बंद कर हड़ताल की गई थी। इसी क्रम में दूसरे दिन डॉक्टरों द्वारा एक चार का गार्ड उपलब्ध कराने की मांग लेकर हड़ताल जारी रखी गई जिसको नर्सों के साथ स्टाफकर्मियों ने भी समर्थन दिया है।डॉ. रघुवंशी के साथ मरीज के परिजनों द्वारा की गई मारपीट के बाद गुस्साये जिला चिकित्सालय के डॉक्टरों ने एसपी एमएस वर्मा से मिलकर अस्पताल में सुरक्षा के प्रबंध कराने की मांग की गई थी।

हालांकि जिला चिकित्सालय में पूर्व से दो पुलिस जवान चौकी पर 24 घंटे उपलब्ध रहते हैं। एसपी वर्मा द्वारा अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया कराने का आश्वासन भी डॉक्टरों को दिया गया था। इधर डॉ. रघुवंशी की रिपोर्ट पर कोतवाली पुलिस ने प्रकरण दर्ज करते हुए महिला सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से एक व्यक्ति को जमानत मिली जबकि तीन को जेल भेज दिया गया।

पहले दिन की हड़ताल में डॉक्टरों की मांग थी कि आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की जाये। इसी के मद्देनजर कोतवाली पुलिस ने आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की, लेकिन दूसरे दिन डॉक्टरों द्वारा सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस द्वारा एक चार का गार्ड उपलब्ध कराये जाने की मांग की गई। डॉक्टरों की इस मांग को जिला चिकित्सालय की नर्सों के साथ वर्ग 3 और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का भी न सिर्फ समर्थन मिला बल्कि उक्त लोग भी सुबह 10 बजे दो घंटे की हड़ताल में शामिल हुए।

डॉ. अनिल भार्गव ने चर्चा में बताया कि यह पहली घटना नहीं है जब किसी डॉक्टर के साथ मरीज के परिजनों द्वारा मारपीट की गई है। इसके पूर्व भी डॉक्टर जैन के साथ मारपीट हो चुकी है। खास बात यह कि डॉ. जैन तभी से जिला चिकित्सालय नहीं आये हैं। यदि लोगों द्वारा इसी प्रकार से मारपीट की जाएगी तो कौन डॉक्टर अस्पताल में नौकरी करेगा। डॉ. भार्गव के अनुसार जब तक मांग पूरी नहीं होती हड़ताल जारी रखी जायेगी।

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