तीन दर्जन से अधिक कॉलोनियों में टैंकर का सहारा

उज्जैन:कुएं, बावड़ी, हैंडपंप और ट्यूबवेल का जलस्तर तेजी से नीचे गिरने और एक दिन छोड़कर हो रहे जलप्रदाय के कारण भीषण गर्मी में जलसंकट गहराता जा रहा है। स्थिति यह है कि अकेले मक्सीरोड की तीन दर्जन से अधिक कॉलोनियों में प्रतिदिन टैंकरों से पेयजल की आपूर्ति की जा रही है, जबकि 250 से अधिक लोग पीएचई कंट्रोल रूम पर शिकायतें कर पानी के टैंकरों की मांग करते हैं। विभाग द्वारा मांगों की पूर्ति के लिये अतिरिक्त संसाधन जुटाए गए हैं।
शहर में एक दिन छोड़कर जलप्रदाय के निर्णय के बाद जिस दिन लोगों के घरों में नलों से पानी नहीं आता उस दिन लोग हैंडपंप, ट्यूबवेल, कुएं का रुख करते हैं और पानी की किल्लत से निपटने की कोशिश में लगते हैं लेकिन भीषण गर्मी और जलस्तर गिरने से अब हैंडपंप और ट्यूबवेल का पानी भी साथ छोडऩे लगा है। यही कारण है मक्सीरोड के पंवासा, शंकरपुर, नीमनवासा, माधोपुरा आदि क्षेत्रों के तीन दर्जन से अधिक मोहल्लों में पीएचई विभाग द्वारा प्रतिदिन टैंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जा रही है। यही हालात छोटी मायापुरी, अहमद नगर आदि कॉलोनियों के भी हैं। जलसंकट के कारण पीएचई विभाग द्वारा शहरवासियों को जल आपूर्ति बनाये रखने के लिये अलग से संसाधन भी जुटाए गए हैं।

यह हैं संसाधन
पीएचई के पास वर्तमान में 40 टैंकर हैं जिन्हें 8 ट्रैक्टरों से जोड़कर चलाया जाता है लेकिन ट्रैक्टरों की संख्या कम होने के कारण 10 अतिरिक्त ट्रैक्टर किराये पर लिये गये हैं। इसी प्रकार 2 ट्रक 12 हजार लीटर पानी की क्षमता वाले, और टैंकर भी विभाग के पास हैं। मांग अधिक होने के कारण 17 टैंकर किराये पर लिये गये हैं।

धार्मिक आयोजनों में भी आपूर्ति
शहर में आयोजित होने वाले धार्मिक आयोजन, चल समारोह आदि में टैंकरों से पेयजल की आपूर्ति की जा रही है इसके अलावा सुलभ कॉम्प्लेक्स में भी टैंकरों से ही पानी पहुंचाया जा रहा है।

मांग के आधार पर आपूर्ति
शहर में एक दिन छोड़कर जलप्रदाय किया जा रहा है जिस कारण कई क्षेत्रों से पानी के टैंकरों की मांग आती है, मांग के आधार पर टैंकरों से पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है।
– धर्मेंद्र वर्मा, अधीक्षण यंत्री, पीएचई

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