बांध, तालाब ओवरफ्लो, आया भरपूर पानी

पिछले दिनों हुई बारिश के बाद अब जिले के बांध, तालाब ओवरफ्लो हो गए है। बांधों एवं तालाबों पर बने गेटों को खोलना पड़ा। कई किसानों के खेतों में पानी भर गया है जिससे फसल को नुकसान होने की आशंका है। किसानों को धूप निकलने का इंतजार है ताकि फसलों को नया जीवन मिल सके।अम्बोदिया स्थित गंभीर बांध की जल क्षमता २२५० एमसीएफटी है जिसे २२१४ एमपीएफटी पर मेंटनेंस किया जा रहा है। रविवार को गंभीर बांध के चार गेट खोले गए थे। सोमवार को इनमें से दो गेट को बंद कर दिया गया। वर्तमान समय में दो गेट चालू है। जबकि देवास रोड पर दताना-मताना के स्थित सिलारखेड़ी तालाब भी पूरी तरह से भर गया है।

इसके कारण जल निकासी के लिए सोमवार को नहर को खोलना पड़ा लेकिन बारिश होने के कारण आसपास की लगभग पांच सौ बीघा जमीन डूबने आ चुकी है जिससे किसानों में काफी बैचेनी है। सिलारखेड़ी, कड़छली, दाऊखेड़ी आदि के किसानों का कहना है कि यदि पूर्व में पानी निकासी के लिए नहर को खोल दिया जाता तो खेतों में पानी नहीं भराता।

इंदौर रोड पर करोहन, कोकलाखेड़ी, आगर रोड़ पर स्थित कुछ गांव में खेत काफी नीचे है जिनमें बारिश का पानी भर गया है। निकासी की व्यवस्था नहीं होने से फसल को नुकसान होने की संभावना है। पहले बारिश होने के बाद पानी जमीन में उतर जाता था। लेकिन अब जमीन में भी पानी नहीं उतर रहा है।

जिले में एक हजार मिली मीटर बारिश
जिले में इस सीजन की बारिश ने एक हजार मिलीमीटर का आंकड़ा पार कर दिया है। अब तक जिले में औसत १००१ मिमी (३९.४० इंच) वर्षा दर्ज की जा चुकी है। गत वर्ष इसी अवधि में १३१६.९ (५३.९३ इंच) मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई थी। अधीक्षक भू-अभिलेख से प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह ८ बजे समाप्त हुए पिछले चौबीस घंटों में जिले के महिदपुर में ४० मिमी, तराना में ३३, घट्टिया में १७, खाचरौद में १४, बडऩगर में १२ और उज्जैन में ५ मिमी वर्षा दर्ज की गई हैं।

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