बैंक लाॅकर से चोरी हुए 19 लाख के आभूषण दो महीने बाद चोर फिर रख गया

बैंक लाॅकर से चोरी हुए 19 लाख के आभूषण दो महीने बाद चोर फिर रख गया, कर्मचारी ही निकला आरोपी, सीसीटीवी फुटेज की मदद से पकड़ाया, लालच में की थी वारदात

बैंक ऑफ इंडिया की दशहरा मैदान शाखा के लॉकर से चोरी हुए 19 लाख रुपए के आभूषण दो महीने बाद चोर बैंक की खिड़की के पास छोड़ गया। इस घटना में पुलिस को बैंक कर्मचारियों पर ही संदेह था, क्योंकि चोर को पता था कि बैंक की एक खिड़की की चिटकनी टूटी है। चोर ने इसी खिड़की से आभूषण से भरा बॉक्स बैंक के भीतर रखा। उसे यह भी मालूम था कि रात में बैंक पर कोई गार्ड तैनात नहीं रहता। पुलिस ने रात को बैंक कर्मचारी तुलसीराम को हिरासत में लिया। उसने लालच में चोरी की थी लेकिन पुलिस की जांच से डर गया।

सोमवार सुबह 6 बजकर 9 मिनट पर बैंक पहुंचे चोर ने बैंक गेट के पास हाथ से खिड़की खोली और उसमें ज्वेलरी का बॉक्स रखकर कुछ ही सेकंड में चला गया। सुबह बैंक खुलने पर सुरक्षाकर्मी ने पेपर में लिपटा हुआ बॉक्स देख बैंक प्रबंधन को सूचना दी। जिसके बाद बैंक के मुख्य प्रबंधक अनिल करवंदे ने माधवनगर पुलिस को सूचना दी। सीएसपी रवींद्र वर्मा, प्रशिक्षु डीएसपी नीलम बघेल, टीआई राकेश मोदी मौके पर पहुंचे व पैकेट को खोलने पर उसमें आभूषण निकले। जिनका वजन व गिनती कराने पर कुछ आभूषण कम भी पाए गए हैं। आभूषणों को पुलिस ने जब्ती में लेकर बैंक के लाॅकर में रखवाया है। टीआई मोदी ने बताया सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दे रहे नकाबपोश की पहचान उसके चलने के अंदाज से कराई गई। देर रात उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। वह बैंक में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है।

बैंक पहुंचे सीएसपी रवींद्र वर्मा को मुख्य मैनेजर करवंदे ने आभूषण का बाॅक्स दिखाया।

सीसीटीवी फुटेज में नकाबपोश आरोपी।

 

दो दिन बाद पुलिस को सूचना दी

आगर रोड घट्टिया निवासी रेणू पंड्या ने बैंक से 29 अगस्त 2019 को 9 लाख रुपए का गोल्ड लोन लिया था। 21 अक्टूबर को पंड्या ने लोन राशि जमा कर गहने मांगे। बैंक प्रबंधन ने तब लाॅकर खोला तो उसमें गहने नहीं थे। घटना के दो दिन बाद पुलिस को सूचना दी। महिला ने भी माधवनगर थाने में आवेदन दिया, जिसमें पुलिस जांच कर रही थी। इसी बीच नाटकीय तरीके से चोरी गए आभूषण वापस बैंक में पहुंचने को लेकर सभी अचरज में थे।

 

तीन के पास लाॅकर की चाबी, एक कर्मचारी अवकाश पर

बैंक के मुख्य मैनेजर करवंदे ने बताया लाॅकर की चाबी इंचार्ज गोकुलचंद शर्मा व दिनेश तोषनीवाल के पास रहती है। इसके अलावा एक महिला कर्मचारी को भी चाबी देते थे। वह सात दिन के अवकाश पर है। तीनों के अलावा कोई लाॅकर तक नहीं जाता और न ही उसे खोल सकता है। टीआई मोदी ने बताया जितने कर्मचारी कार्यरत है व जितने अवकाश पर है, सबकी जानकारी जुटाई। लाॅकर इंचार्ज से भी दो दिन पहले पूछताछ की थी, इसके बाद अचानक से गहने वापस आ गए। कर्मचारी तुलसीराम से पूछताछ की जा रही है।

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