यदि वेन चालक पिता की बात मान लेता तो बच जाती जान….

देवास रोड पर हुए हादसे में मारुति वैन चालक बलराम सोनी के भाई संदीप ने बताया बलराम वैन मालिक कुमुुब ुद्दीन के साथ बुरखे व कपड़ों के व्यापार के सिलसिले में हैदराबाद गया था। जब बलराम सोनकच्छ में था तो उसने पिता रमेशचंद्र से मोबाईल पर चर्चा की थी। पिता ने उसे रात अधिक होने के कारण सोनकच्छ में ही रुकने को भी कहा था लेकिन वह नहीं माना और आराम से उज्जैन लौट आने की बात कहकर फोन काट दिया था।

क्वालिस चालक की पत्नी अभी गर्भवती और पूर्व की एक बेटी भी
क्वालिस वाहन के चालक विजय सिंह चौहान के भाई भारत सिंह ने बताया कि विजय लम्बे समय से वाहन चला रहा है उसे वाहन चलाने का अच्छा अनुभव भी था। उसकी पत्नी अवंतिका गर्भवती है जबकि पूर्व की उसकी एक पुत्री भी है। खास बात यह कि विजय की मां की एक माह पूर्व ही मृत्यु हुई थी।

श्रद्धालुओं को किया रैफर
सिवनी से उज्जैन दर्शन करने आये युवकों के परिजनों को दुर्घटना की सूचना मिली तो वे देर रात ही उज्जैन पहुंच गये और चारों घायल युवकों को निजी अस्पताल में उपचार कराने ले गये जबकि मारुति वैन के के मालिक को भी जिला चिकित्सालय से रैफर कर दिया गया है।

ये स्मार्ट सिटी है, आम शहरवासी तो दूर, वीआईवी के बंगलों तक है इनकी पहुंच
उज्जैन कोठी रोड स्थित कलेक्टर निवास के समीप पशुओं ने अपना डेरा जमा रखा है। ऐसा नहीं कि यहां से गुजरने वाले वीआईपी इनकी वजह से परेशान नहीं होते। इन पशुओं को अनदेखा कर अपना रास्ता बदल कर अपने गंतव्य की ओर चले जाते हैं।

सांसद प्रो. चिंतामणि मालवीय के विक्रम विश्वविद्यालय स्थित निवास के आगे आवारा मवेशियों का जमघट लगा है लेकिन जनता के चुने इन नेताओं का इस ओर कोई ध्यान नहीं। आमजन आवारा मवेशियों के हमले का शिकार हो रहे हैं लेकिन इन्हें इससे क्या।

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