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रफ्तार का कहर:पौधों से भरा वाहन नाले में पलटा ड्राइवर को राहगीरों ने निकाला
एमआर 5 आगर-मक्सी बायपाएमआर 5 आगर-मक्सी बायपास के कच्चे बड़े नाले में आयशर गाड़ी पलटी खा गई। इसमें नर्सरी के पौधे भरे हुए थे। दुर्घटना में चालक बुरी तरह से फंस गया था। जिसे पुलिस ने राहगीरों की मदद से बड़ी मुश्किल से सुरक्षित बाहर निकाला। बाद मे क्रेन बुलवाकर वाहन को भी निकाला। लेकिन गाड़ी में भरे हजारों पौधे नाले में बह गए या खराब हो गए। क्षेत्रवासियों का कहना था कि इस नाले मे पहले भी कई हादसे हुए हैं। लोग गाड़ियों सहित इसमें गिर जाते हैं। महिलाएं-पुरुष, बच्चे कई बार गिर चुके हैं। गाय एवं कुत्ते आदि जानवर तो आए दिन गिरते रहते हैं। नाले के आसपास लगभग एक दर्जन कालोनियां एवं कई बड़े स्कूल भी हैं, जिनमें हजारों बच्चे पढ़ते हैं। लिहाजा कई स्कूली वाहन भी यहां से गुजरते हैं।
ऐसे में यहां दुर्घटना की आशंका सदैव बनी रहती है। एक महीने के भीतर ही इस स्थान पर वाहन पलटने की यह तीसरी घटना है। इससे पहले भी एक ट्रक और एक कार नाले में पलटी खा गई थी। वजह यह है कि ये कट पाइंट है और टर्न लेने के दौरान जब भी कोई वाहन के सामने आता है तो चालक संतुलन खो बैठता है। लिहाजा दुर्घटना हो जाती है। इधर इस नाले के निर्माण के लिए स्वीकृति हो चुकी हैं लेकिन जिम्मेदार इसके लिए पहल तक नहीं कर रहे हैं।स के कच्चे बड़े नाले में आयशर गाड़ी पलटी खा गई। इसमें नर्सरी के पौधे भरे हुए थे। दुर्घटना में चालक बुरी तरह से फंस गया था। जिसे पुलिस ने राहगीरों की मदद से बड़ी मुश्किल से सुरक्षित बाहर निकाला। बाद मे क्रेन बुलवाकर वाहन को भी निकाला। लेकिन गाड़ी में भरे हजारों पौधे नाले में बह गए या खराब हो गए। क्षेत्रवासियों का कहना था कि इस नाले मे पहले भी कई हादसे हुए हैं। लोग गाड़ियों सहित इसमें गिर जाते हैं। महिलाएं-पुरुष, बच्चे कई बार गिर चुके हैं। गाय एवं कुत्ते आदि जानवर तो आए दिन गिरते रहते हैं। नाले के आसपास लगभग एक दर्जन कालोनियां एवं कई बड़े स्कूल भी हैं, जिनमें हजारों बच्चे पढ़ते हैं। लिहाजा कई स्कूली वाहन भी यहां से गुजरते हैं।
ऐसे में यहां दुर्घटना की आशंका सदैव बनी रहती है। एक महीने के भीतर ही इस स्थान पर वाहन पलटने की यह तीसरी घटना है। इससे पहले भी एक ट्रक और एक कार नाले में पलटी खा गई थी। वजह यह है कि ये कट पाइंट है और टर्न लेने के दौरान जब भी कोई वाहन के सामने आता है तो चालक संतुलन खो बैठता है। लिहाजा दुर्घटना हो जाती है। इधर इस नाले के निर्माण के लिए स्वीकृति हो चुकी हैं लेकिन जिम्मेदार इसके लिए पहल तक नहीं कर रहे हैं।