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साब! नौकरी छूट गई तो तीन बेटियों का क्या होगा
अमानवीयता: घायल चौकीदार को ठेकेदार ने इलाज के लिए भी नहीं दी छुट्टी
उज्जैन साब… मैं हाटकेश्वर कॉलोनी में मकानों की तरी कर अपना व तीन बेटियों का पेट पालता हूं… १३ दिन पहले बिल्डिंग से गिर गया…कमर में चोट लगी है.. डाक्ॅटर एक्सरे का कह रहा है, ठेकेदार छुट्टी मांगने पर पैसे काटता है।
विरोध करने पर नौकरी से निकालने की धमकी देर रहा है। श्रम विभाग भी सुनने को तैयार नहीं है।
यह पीड़ा है ऋषिनगर निवासी मिराज अहमद पिता मोहम्मद अहमद (७१) की। उन्होंने रोते हुए बताया वो बडऩगर बायपास स्थित हाटकेश्वर कॉलोनी में मकान बना रहे ठेकेदार दीपक मोटवानी के पास आठ माह से नौकरी कर रहे हंै।
एक बिल्डिंग की तरी के ३ हजार रुपए मिलते हैं। वो तीन बिल्डिंग की तरी करते हैं। ९ अप्रैल को तरी करने के दौरान छत से नीचे गिर गए थे। कमर में ज्यादा चोंट लगी, ठेकेदार ने इलाज भी नहीं करवाया। सरकारी अस्पताल में एक्सरा नहीं हो रहा। पैसे नहीं होने पर आरडी गार्डी मेडिकल जाना चाहता हूं लेकिन ठेकेदार छुट्टी देने को तैयार नहीं है। ऊपर से नौकरी से निकालने का कह रहा है। नौकरी छूट गई तो मेरी तीन बेटियों को खाना कहां से खिलाऊंगा।
श्रम विभाग पर खड़े हुए सवाल
मिराज ने बताया श्रम विभाग के अफसर वहां आते रहते हंै। उनको यह भी पता है ठेकेदार आधी तनख्वाह रोककर रखता है जिससे की भाग न जाए। बिल्डिंग से गिरने के बाद तीन बाद श्रम विभाग को शिकायत की लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है। आप मेरी सहायता करवा दो, इलाज करवा दो। ठेकेदार मोटवानी का नंबर नहीं होने से उनसे संपर्क नहीं हो सका।
डॉक्टर बोले गंभीर है चोट
मिराज के इलाज के पर्चे अनुसार उसे कमर में गंभीर चोट लगी है। समय पर इलाज नहीं होने पर वह जिंदगी भर के लिए चलने फिरने से मोहताज हो सकता है। अफसरों को चाहिए कि वो ठेकेदार से उसका इलाज करवाएं और हक भी दिलवाएं। वहीं शहरवासियों को भी मिराज की मदद के लिए आगे आना चाहिए। इस संबंध में श्रम विभाग में कॉल किया लेकिन किसी ने अटैंड नहीं किया।