सोमवती अमावस्या… प्रशासन की तैयारियां अंतिम चरण में

किठौदा से त्रिवेणी बैराज की ओर बढ़ा नर्मदा का पानी, दोपहर में पहुंचेगा

आयुक्त ने रामघाट से सोमतीर्थ कुंड तक किया निरीक्षण, गंदगी देखकर नाराज, दिए निर्देश

उज्जैन। सोमवती अमावस्या पर शिप्रा नदी में नर्मदा नदी के साफ पानी से श्रद्धालुओं को स्नान कराने के लिये प्रशासन द्वारा पिछले 15 दिनों से प्रयास किये जा रहे हैं।

देवास डेम से शिप्रा नदी में छोड़ा गया नर्मदा का पानी सुबह तक किठोदा बैराज से त्रिवेणी की ओर बह रहा था। इधर आयुक्त शनिवार सुबह व्यवस्थाओं का जायजा लेने रामघाट पहुंचीं और सोमतीर्थ कुंड तक निरीक्षण के साथ ही अधिकारियों को व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देश भी दिये।

देवास के शिप्रा डेम से शुक्रवार शाम को उज्जैन के लिये 2.5 एमसीएम पानी छोड़ा गया। देवास डेम से त्रिवेणी तक नदी के सारे स्टॉपडेम के गेट खोलने के साथ ही पानी चोरी रोकने के लिये पुलिस व्यवस्था भी की गई है।

सुबह 11 बजे तक नर्मदा का पानी किठोदा बैराज पार करते हुए तेजी से त्रिवेणी घाट की ओर बढ़ रहा था। हालांकि यह पानी सोमवती स्नान के उपयोग में नहीं लिया जाना है।

मकर संक्रांति पर्व पर आये नर्मदा के पानी को पीएचई अधिकारियों द्वारा त्रिवेणी स्टॉपडेम पर 14 फीट का लेवल मेंटेन करते हुए रोक लिया गया था। शुक्रवार शाम को त्रिवेणी स्टॉपडेम से नर्मदा के पुराने पानी को छोडऩा शुरू किया गया।

इस कारण गऊघाट से लेकर छोटे पुल तक के स्टॉपडेम गेट खोल दिये गये और लालपुल से लेकर छोटे पुल के बीच रुका हुआ शिप्रा और गंभीर का पानी बहकर मंगलनाथ घाट की ओर बहा दिया गया। व

र्तमान में गऊघाट से लेकर रामघाट और छोटे पुल तक शिप्रा नदी में नर्मदा का पुराना पानी स्टोर किया गया है, जबकि बीती शाम देवास के शिप्रा डेम से जो 90 एमसीएफटी के करीब पानी छोड़ा गया है उसे त्रिवेणी और गऊघाट बैराज पर रोक लिया जायेगा।

इतने कर्मचारी एक ही जगह क्यों कर रहे सफाई
सोमवती अमावस्या पर्व स्नान की तैयारियों का जायजा लेने के लिये आयुक्त प्रतिभा पाल शनिवार सुबह रामघाट पहुंचीं। यहां आयुक्त ने नदी के घाटों पर जमी काई को देखकर नाराजगी जताई।

आयुक्त के निरीक्षण के दौरान नदी पर सफाई कर रहे कर्मचारी एक ही घाट पर एकत्रित थे जिन्हें देखकर आयुक्त ने कहा कि इतने सफाईकर्मी एक ही स्थान पर सफाई क्यों कर रहे हैं, सभी को घाटों के अलग-अलग हिस्सों का काम सौंपा जाये ताकि एक ही समय में सभी जगह की सफाई सुनिश्चित हो।

रामघाट से मंगलनाथ तक साफ पानी का दावा
बीती शाम से त्रिवेणी बैराज से लेकर छोटे पुल तक बने बैराज के गेट खोलकर पूर्व से एकत्रित नर्मदा का पानी छोड़ा गया है। रामघाट से लेकर मंगलनाथ घाट तक शिप्रा नदी का पानी साफ और स्वच्छ होकर पर्व स्नान के लिये उपयोग में लिया जायेगा।

अभी जो नर्मदा का पानी किठोदा बैराज पार कर चुका है उसे त्रिवेणी बैराज पर रोककर लेवल मेंटेन किया जायेगा।

कुंड से दूर रखें डस्टबिन
सोमतीर्थ कुंड पर निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने यहां श्रद्धालुओं के स्नान के लिये लगाये गये फव्वारों को चालू कराकर देखा। साथ ही कुंड के नजदीक रखे डस्टबिन को दूर रखने के निर्देश भी दिये। आयुक्त का कहना था लोगों को परेशानी न हो।

संकेतक और कैमरे लगाएं
सोमतीर्थ कुंड तक श्रद्धालु आसानी से पहुंचें इसलिये आयुक्त द्वारा होर्डिंग्स व संकेतक लगाने के निर्देश दिये। साथ ही व्यवस्थाओं पर नजर रखने के लिये कुंड के आसपास व पहुंच मार्ग पर कैमरे लगाने की बात भी अधिकारियों से कही।

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