2 साल बाद विवाह समारोह का उल्लास फिर लौटेगा:डीजे वाले बाबू तैयार…खास मुहूर्तों में होटल

दीपावली निपट गई अब शहनाइयों की गूंज सुनाई देगी। 15 नवंबर को देवोत्थान एकादशी को बिना मुहूर्त के विवाह होंगे और 19 से मुहूर्त वाले जोड़े परिणय सूत्र में बंधेंगे। कारोबारियों के अनुसार कोरोना काल में रुके 40 फीसदी और नए रिश्तों वाले मिलाकर 4 हजार से ज्यादा विवाह होने का अनुमान है। शहरी क्षेत्र में सभी होटल, गार्डन बुक हैं तो ग्रामीण क्षेत्रों में शादियों की तैयारियां हैं। इस बार फसल भी अच्छी आई है। इससे बाजारों में भी बूम रहेगा। डीजे, टेंट, साउंड वालों को भी अच्छे कारोबार की उम्मीद है।

कोरोना संक्रमण अभी तक तो 0 पर है। रोज आ रही कोरोना जांच रिपोर्ट को देखते गाइड लाइन में भी सरकार ने छूट दे रखी है। इससे जिन परिवारों में विवाह के आयोजन होना है, उनमें उत्साह है। बीते दो साल में अक्षय तृतीया और देवोत्थान एकादशी तथा फिर अक्षय तृतीया वाले वैवाहिक सीजन में छूट नहीं मिली थी। इससे 40 फीसदी शादियां रुक गईं थी। जो धूमधाम से शादी करना चाहते थे, वे मौके का इंतजार कर रहे थे।

वे अब देवोत्थान एकादशी से शुरू हो रही शादियों के मुहूर्तों में विवाह करने को तैयार हैं। दोनों पक्षों को मिला कर 300 मेहमानों की छूट लागू है। हालाकि नवंबर से फरवरी तक ही मुहूर्त हैं। नवंबर में 7, दिसंबर में 8, जनवरी में 10 व फरवरी में 11 मुहूर्त पंचांगों में बताए गए हैं। इन मुहूर्तों में विवाह होंगे। 16 दिसंबर से 14 जनवरी तक धनु संक्रांति, 6 से 13 जनवरी तक शुक्र अस्त, 24 फरवरी से 23 मार्च तक गुरु अस्त तथा 14 मार्च से मीन संक्रांति रहेगी। इनमें शादियां नहीं होंगी।

विवाह के लिए मुहूर्त

नवंबर- 19 से 21, 26, 28 से 30
दिसंबर- 1, 2, 5, 6, 7, 11 से 13
जनवरी- 15, 20, 21 से 23, 25 से 29
फरवरी- 5,6,9,10,11,16,17 से 20

1 से 5 दिन की बुकिंग हो रही

होटल-रिसोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि सोलंकी के अनुसार मुहूर्तों वाले दिनों में सभी होटल बुक हो गए हैं। होटलों में 14 नवंबर से ही बुकिंग है। सोलंकी के अनुसार दो साल बाद विवाह में शामिल होने वाले मेहमानों की संख्या को लेकर छूट मिली है। लोगों में उत्साह है। शहर में विवाह आयोजन के लिए मुफीद 12 होटल हैं तथा गार्डन्स की संख्या भी करीब 25 है। इनमें 1 से 5 दिन की बुकिंग कराई जा रही है।
हालांकि होटल संचालकों ने किसी तरह की किराया व अन्य वृद्धि नहीं की है। गार्डन संचालक रमेश समदानी के अनुसार दो साल बाद लग रहा है कारोबार पटरी पर आएगा। जिस तरह से लोग बुकिंग के लिए आ रहे हैं, उससे अनुमान है कि इस बार कारोबार में गति आएगी। धर्मशाला संचालक चंदन व्यास के अनुसार धर्मशालाओं में भी बुकिंग हो रही है।

चिंतामण गणेश में डेस्टिनेशन मैरिज

शहर से 8 किमी दूर स्थित प्राचीन चिंतामण गणेश मंदिर में भी शादियां होती हैं। परिवारजन मनौती मानते हैं या बिना मुहूर्त की शादी करना चाहते हैं वे यहां श्रीगणेश की साक्षी में विवाह कराते हैं। मंदिर समिति के प्रबंधक अभिषेक शर्मा के अनुसार 15 नवंबर को देवउठनी एकादशी पर 5, 17 को 2 व 20 नवंबर की एक शादी बुक हो चुकी है। पिछली देवउठनी एकादशी पर 45 शादियां हुईं थी क्योंकि कोरोना गाइड लाइन लागू थी। लोगों ने 10 लोगों की मौजूदगी में विवाह किए थे। मार्च टू मार्च एक साल में 370 शादियां मंदिर परिसर में हुई थीं। यहां लोग डेस्टिनेशन मैरिज के लिए भी आते हैं लेकिन मंदिर परिसर में निर्माण कार्य अधूरा होने से कठिनाई आ रही है।

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