बैंक कर्मचारी ने सल्फास खाकर दी जान

खातेदारों द्वारा रुपए मांगने से था परेशान

उज्जैन। इंगोरिया में रहने वाले सहारा बैंक कर्मचारी ने खातेदारों द्वारा जमा रुपये वापस मांगने से प्रताडि़त होकर आत्महत्या कर ली। माधव नगर पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पोस्टमार्टम कराया है।

योगेश पिता गोवर्धन सोनी 41 वर्ष निवासी इंगोरिया पिछले 10 वर्षों से सहारा बैंक में एजेंटी और कम्प्यूटर ऑपरेटर का काम करता था। उसके परिजनों ने बताया कि योगेश ने अनेक परिचितों की बैंक में एफडी कराई और डेली कलेक्शन के ररुपए भी जमा कराए थे। उन लोगों की एफडी का समय पूरा होने पर अब वह लोग योगेश से रुपए वापस दिलाने की मांग कर रहे थे, जबकि सहारा बैंक डूब चुका है और उसके कुछ कार्यालयों से खातेदारों के किश्तों में रुपए लौटाने की प्रोसेस चल रही है। बैंक में रुपए जमा कराने वाले योगेश से रुपयों की मांग करते थे इसी के चलते सोमवार दोपहर उसने घर में सल्फास खा ली। उसकी पत्नी घर पहुंची तो योगेश को गंभीर हालत में देखा और अस्पताल लेकर आई जहां रात 2 बजे योगेश ने दम तोड़ दिया।

युवक ने फांसी लगाई: अमित चौहान निवासी प्रजापति नगर ने अज्ञात कारणों के चलते दुपट्टे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। नीलगंगा पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद जांच शुरू की है।

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