उज्जैन-पंवासा में बच्ची की मौत के बाद भी FIR दर्ज नहीं: फर्जी डिग्री वाली डॉक्टर तैयबा का ऑडियो हुआ वायरल, कहा – “मेरा कुछ बिगड़ने वाला नहीं है!”

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:

उज्जैन के पंवासा क्षेत्र में एक बच्ची की मौत के मामले में अब तक आरोपी डॉक्टर तैयबा शेख पर FIR दर्ज नहीं हो पाई है। स्वास्थ्य विभाग ने मान लिया है कि डॉ. तैयबा के पास फर्जी डिग्री है और उसे डिलीवरी व इलाज करने की अनुमति नहीं है। फिर भी पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के बीच तालमेल के अभाव के कारण इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

परिजन शिकायत दर्ज करा चुके हैं, लेकिन आरोप है कि आरोपी डॉक्टर खुलेआम मृत बच्ची के परिजनों को फोन पर मामला निपटाने की धमकी दे रही है। इस बातचीत का एक ऑडियो भी सामने आया है, जिसमें डॉक्टर कहती हैं — “मेरा कुछ बिगड़ने वाला नहीं है, बात आगे मत बढ़ाओ, बैठकर बात कर लो।”

3 अक्टूबर को पंवासा के एक अस्पताल में हंगामा हुआ था, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने आरोपी डॉक्टर के क्लिनिक को सील कर दिया था। आरोप है कि 6 माह पहले भी इसी डॉक्टर के कारण एक बच्चे की मौत हो चुकी है, उस समय भी उसका क्लिनिक सील हुआ था।

इस बार फिर से डॉ. तैयबा ने अपना क्लिनिक खोल लिया और इसी दौरान एक गर्भवती महिला की डिलीवरी कराई, जिसमें नवजात की हालत बिगड़ने पर उसे ICU में भर्ती कराया गया, लेकिन बच्ची की मौत हो गई। इसके बाद परिजन ने शिकायत दी, लेकिन अब तक FIR नहीं दर्ज की गई।

पंवासा थाना प्रभारी जीएस मंडलोई के अनुसार — “बच्चे के परिजनों का आवेदन स्वास्थ्य विभाग के पास है। विभाग से रिपोर्ट आने के बाद ही FIR दर्ज की जाएगी।”

ऑडियो में आरोपी डॉक्टर महेश मालवीय से कहती हैं — “आपस में बैठकर बात कर लो, बात बिगाड़ने से कुछ नहीं होगा। मैं कह रही हूं, फोकट में मेटर करने से कुछ नहीं होगा।” इस ऑडियो को मृत बच्ची के मामा महेश मालवीय ने साझा किया है।

इस घटना ने स्वास्थ्य सुरक्षा और जिम्मेदारी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। परिजन और स्थानीय लोग डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

यह मामला न केवल एक मौत का है, बल्कि स्वास्थ्य व्यवस्था और कानून के कार्यान्वयन पर गंभीर सवाल उठा रहा है। परिजन न्याय की उम्मीद कर रहे हैं और डॉक्टर के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग लगातार कर रहे हैं।

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