ग्यारह सौ एक दीप जलते हैं देवी के दरबार में:उज्जैन में 2 हजार साल पुराना है हरसिद्धि मंदिर

ग्यारह सौ एक दीप जलते हैं देवी के दरबार में:उज्जैन में 2 हजार साल पुराना है हरसिद्धि मंदिर

उज्जैन में करीब दो हजार साल पुराना हरसिद्धि मां देश के 51 शक्तिपीठों में से है। हरसिद्धि माता उज्जैन के राजा विक्रमादित्य की आराध्य देवी हैं। हरसिद्धि माता मंदिर में छत पर श्रीयंत्र बना हुआ है। इसका तांत्रिक महत्व भी बताया जाता है। मंदिर में दो स्तंभों पर ग्यारह सौ एक दीप जलाए जाते हैं। इसी स्थान के पीछे भगवती अन्नपूर्णा की सुंदर प्रतिमा है। तंत्र साधना के लिए भी मां हरसिद्धि की आराधना की…

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नवरात्र का पहला दिन:16 दिनों के श्राद्ध के बाद आज करते हैं नाना-नानी का श्राद्ध, दीपावली तक चलता है श्राद्ध पर्व

नवरात्र का पहला दिन:16 दिनों के श्राद्ध के बाद आज करते हैं नाना-नानी का श्राद्ध, दीपावली तक चलता है श्राद्ध पर्व

आज नवरात्रि का पहला दिन है। 16 दिनों के श्राद्ध खत्म होने के बाद आज के दिन नाना-नानी का श्राद्ध करने की परंपरा है। लेकिन कई लोग इस परंपरा को भूलते जा रहे हैं। इतना ही नहीं विद्वानों और धर्मशास्त्र के ज्ञाताओं का मानना है कि श्राद्ध पर्व दीपावली तक चलता है। स्कंद पुराण में भी इसका उल्लेख बताया गया है। यही कारण है कि कई लोग श्राद्ध 16 तो कई 17 दिन के मानते…

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महाकाल पर बड़ा फैसला:भस्म आरती और प्रोटोकॉल के टिकट से हटेगी महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की तस्वीर

महाकाल पर बड़ा फैसला:भस्म आरती और प्रोटोकॉल के टिकट से हटेगी महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की तस्वीर

महाकाल मंदिर में सौ रुपए के प्रोटोकॉल टिकट पर छपी महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की तस्वीर का विरोध शुरू हो गया है। इसके बाद महाकाल प्रबंध समिति ने टिकट से फोटो हटाने का निर्णय लिया है। ज्योतिर्लिंग का यह फोटो भस्म आरती के लिए जारी होने वाले 201 रुपए के एंट्री टिकट पर भी छपा है। प्रबंध समिति ने कहा है कि दोनों जगहों से ज्योतिर्लिंग का फोटो हटा दिया जाएगा। दूसरी ओर पुजारियों के हाथों महाकालेश्वर…

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उज्जैन के प्रेतशिला तीर्थ की कहानी कहते हैं- अकाल मौत वालों के मोक्ष के लिए करते हैं तर्पण

उज्जैन के प्रेतशिला तीर्थ की कहानी कहते हैं- अकाल मौत वालों के मोक्ष के लिए करते हैं तर्पण

श्राद्ध पक्ष के दौरान उज्जैन के सिद्धवट पर तर्पण का विशेष महत्व है। माना जाता है कि श्राद्ध के दौरान यहां तर्पण करने से पितरों को मोक्ष प्राप्त होता है। मान्यता है कि सिद्धवट पर एक जगह ऐसी भी है, जहां अप्राकृतिक मौत होने पर उनका तर्पण करने से मरने वाले की आत्मा को मोक्ष की प्राप्ति होती है। कोरोना काल में ज्यादा लोगों की मौत हुई है। उनके परिजन यहां तर्पण आ रहे हैं,…

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अब महाकाल के अमीर भक्तों के लिए नई सुविधा:सवा लाख से ज्यादा का दान दो; 1 साल VIP गेट से प्रवेश की सुविधा

अब महाकाल के अमीर भक्तों के लिए नई सुविधा:सवा लाख से ज्यादा का दान दो; 1 साल VIP गेट से प्रवेश की सुविधा

महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा मंदिर में सवा लाख रुपए से ज्यादा का दान देने वाले श्रद्धालुओं को एक साल तक वीआईपी गेट से दर्शन की सुविधा दी जाएगी। दानदाता और उनके परिवार के दो सदस्यों के नाम मंदिर समिति कार्ड जारी करेगी। जिसे गेट पर दिखा कर वे दर्शन के लिए जा सकेंगे। महाकालेश्वर मंदिर में दानदाताओं को प्रोत्साहित करने के लिए यह सुविधा दी जा रही है। वीआईपी गेट पर दानदाताओं की सूची…

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पितृ तर्पण और मोक्ष का श्राद्ध पक्ष शुरू

पितृ तर्पण और मोक्ष का श्राद्ध पक्ष शुरू

सिद्धवट, गयाकोठा तीर्थ और रामघाट पर सुबह से लगी दर्शन पूजन करने वालों की लाईन अक्षरविश्व प्रतिनिधि.उज्जैन। आज से पितरों का पर्व श्राद्ध पक्ष प्रारंभ हुआ। सुबह से लोगों ने पितृ मोक्ष की कामना को लेकर प्रमुख मंदिरों में दर्शन पूजन व तर्पण आदि कार्य सम्पन्न किये इसके अलावा घरों में भी धूप ध्यान का सिलसिला शुरू हुआ जो अगले 15 दिनों तक जारी रहेगा। कहां कैसी व्यवस्था: पितृओं के तर्पण, पिण्डदान, पूजन आदि का महत्व…

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महाकाल मंदिर में पहली बार शासन ने की सीधे प्रशासक की पदस्थापना

महाकाल मंदिर में पहली बार शासन ने की सीधे प्रशासक की पदस्थापना

उज्जैन।महाकाल मंदिर में ऐसा पहली बार हो रहा है,जब शासन ने सीधे आदेश जारी कर मंदिर प्रबंध समिति में प्रशासक की पदस्थापना की है। सरकार ने उज्जैन नगर निगम के वित्त अधिकारी गणेश कुमार धाकड़ को महाकालेश्वर मंदिर का प्रशासक नियुक्त किया है। महाकाल मंदिर अधिनियम 1982 लागू होने के बाद ऐसा पहली बार हुआ है,जब शासन ने प्रशासक पद पर किसी अधिकारी को सीधे नियुक्त किया है। महाकाल मंदिर अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार…

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आज से बदल गई महाकालेश्वर मंदिर की संपूर्ण दर्शन व्यवस्था

आज से बदल गई महाकालेश्वर मंदिर की संपूर्ण दर्शन व्यवस्था

उज्जैन। कोरोना संक्रमण की वजह से 17 माह बाद आम श्रद्धालुओं को भस्मार्ती दर्शन की अनुमति मंदिर समिति द्वारा आज से देने के साथ ही मंदिर की दर्शन व्यवस्थाओं में भी पूरी तरह बदलाव कर दिया गया है। भस्मार्ती दर्शनों के लिये निर्धारित 150 नि:शुल्क लोगों की परमिशन के अलावा दर्शन करने वालों ने 100 व 200 रुपये शुल्क दिया वहीं वीआईपी, प्रोटोकॉल से दर्शन करने वालों ने भी 100 रुपये शुल्क देकर भगवान के…

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17 महीने बाद भस्मारती में शामिल हुए श्रद्धालु

17 महीने बाद भस्मारती में शामिल हुए श्रद्धालु

देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में प्रसिद्ध श्री महाकलेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में 17 महीने बाद शनिवार सुबह से भस्मारती में श्रद्धालुओं को प्रवेश मिलना शुरू हो गया। पहले दिन 696 श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति दी गई। किसी भी श्रद्धालु को नंदी हॉल व गर्भ गृह में प्रवेश नहीं दिया गया था। गणेश मंडपम् और कार्तिकेय मंडपम् से ही श्रद्धालु भस्मारती में शामिल हुए l पहले दिन दिल्ली, राजस्थान, बिहार, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश सहित कई अन्य…

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भस्मार्ती की ऑनलाइन बुकिंग शुरु

भस्मार्ती की ऑनलाइन बुकिंग शुरु

11 सितम्बर से महाकालेश्वर मंदिर में भस्मार्ती दर्शन हेतु ऑनलाइन बुकिंग के लिये मंदिर प्रबंध समिति द्वारा आज पोर्टल चालू कर दिया गया।सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल के अनुसार कुल क्षमता से 50 प्रतिशत दर्शनार्थियों को प्रवेश दिया जायेगा। इनमें से 150 भक्तों को एक दिन पूर्व मंदिर परिसर स्थित काउंटर से पहले आओ पहले पाओ आधार पर नि:शुल्क अनुमति पत्र प्रदान किये जाएंगे। शेष 850 स्थानों के लिये आज से बुकिंग शुरू हुई है इनमें…

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