- महाकालेश्वर मंदिर में शुरू हुआ 6 दिवसीय महारुद्राभिषेक अनुष्ठान, 22 ब्राह्मणों ने किया महारुद्राभिषेक
- पगड़ी पहनकर सजे बाबा महाकाल...मस्तक पर लगाया त्रिपुंड और ॐ
- बाबा महाकाल का भांग, चन्दन और आभूषण से श्रृंगार किया गया
- महाकाल मंदिर में यज्ञाचार्य सौमिक अनुष्ठान का जायजा लेने पहुंचे
- बाबा महाकाल का राजा स्वरुप में श्रृंगार किया गया
अटलजी ने उज्जैन में सत्ता को बताया था काजल की कोठरी
उज्जैन। 1977 में विदेश मंत्री रहते हुए अटल बिहारी वाजपेयी उज्जैन आए थे। यहां क्षीरसागर में उनके भाषण को सुनने के लिए हजारों की संख्या में लोग जमा हुए थे। अपने भाषण के दौरान वाजपेयी ने सत्ता को काजल की कोठरी बताया था। उस कार्यक्रम का संचालन करने वाले भाजपा नेता और वर्तमान में भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य रूप पमनानी ने बताया कि अटल जी ने कहा था-हम वर्षों से विपक्ष की राजनीति करते आ रहे हैं।
अभी-अभी हम सत्ता में आए हैं। सत्ता में आने के बाद कुछ अजीब सा माहौल नजर आ रहा है। ये झुकी-झुकी नजरें, ये लंबे-लंबे सलाम, ये गाड़ियों का काफिला, कहीं हमारा दिमाग खराब न कर दे। सत्ता तो काजल की कोठरी है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि जब हम सत्ता से बाहर आए तो इस सफेद कुर्ते पर कोई काला दाग नहीं आना चाहिए।