ज्योतिष शास्त्र: प्रधानमंत्री मोदी की कुंडली प्रबल, राहुल की कमजोर

न कोई लहर, न किसी का असर, होगी कांटे की टक्कर

लोकसभा चुनाव में दोनों प्रमुख पार्टियां अपनी अपनी जीत का दावा कर रही हैं। कोई किसी की लहर बता रहा है तो कोई किसी की विफलता बताकर जीत की उम्मीद जता रहा है लेकिन इन सबसे हटकर ज्योतिष शास्त्र का आंकलन कुछ और ही है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कुंडली तो भारी बताई जा रही है लेकिन पार्टी का चुनाव जितना आसान नहीं दर्शा रहा है।

विक्रम विश्वविद्यालय स्थित ज्योतिष विभाग के अतिथि व्यख्याता डॉ. सर्वेश्वर शर्मा के अनुसार राजनीति में मैदीनी ज्योतिषी (संहिता ज्योतिषी) से स्थिति का पता चला है। वर्तमान चुनाव में किस प्रदेश में कौन सी पार्टी को कितनी सीट मिलेगी यह वहां होने वाले मतदान की तिथि पर निर्भर करता है।

साथ ही गृह गोचर का सीधा असर सत्ता पक्ष पर पड़ता है। ऐसी स्थिति में किसी भी प्रदेश में जिस पार्टी की सरकार होगी वहां उसके विरोधी को लाभ मिलने की अधिक संभावना है। यही वजह है कि इस बार किसी पार्टी या नेता को एक तरफा बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है।

मप्र-छग में भाजपा, यूपी और महाराष्ट्र में कांग्रेस

गृह नक्षत्रों के अनुसार 29 अप्रैल से पहले जिन सीटों पर चुनाव होंगे वहां जिसकी प्रदेश में सरकार होगी उसे लाभ मिल सकता है। वहीं बाद में जहां चुनाव होंगे वहां राज्य में जिसकी सरकार होगी उसे नुकसान के आसार नजर आ रहे हैं।

याद रहे इस बार सात चरणों में मतदान होने जा रहे हैं। चुनाव 11 अप्रैल से 19 मई तक होगा और परिणाम 23 मई को आएंगे। 29 अप्रैल तक 374 सीट और बाद में 169 सीट पर चुनाव होना है।

प्रियंका से मिलेगा फायदा

ज्योतिष शास्त्र में तीन पद्धति मानी जाती है। सिद्धांत, संहिता और होरा। किसी भी व्यक्ति की कुंडली होरा पद्धति से देखी जाती है। इस ज्योतिषी ज्ञान के जानकारों की मानें तो फिलहाल गृह नक्षत्र मोदी की कुंडली में पुन: राज योग दर्शा रहे हैं। राहुल की कुंडली कमजोर है लेकिन प्रियंका की कुंडली ठीक होने का लाभ पार्टी को मिल सकता है।

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