- श्री महाकालेश्वर मंदिर में एंट्री का हाईटेक सिस्टम हुआ लागू, RFID बैंड बांधकर ही श्रद्धालुओं को भस्म आरती में मिलेगा प्रवेश
- कार्तिक पूर्णिमा आज: उज्जैन में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, माँ क्षिप्रा में स्नान के साथ करते हैं सिद्धवट पर पिंडदान
- भस्म आरती: भांग, चन्दन और मोतियों से बने त्रिपुण्ड और त्रिनेत्र अर्पित करके किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार!
- Ujjain: बैकुंठ चतुर्दशी आज, गोपाल मंदिर पर होगा अद्भुत हरि-हर मिलन; भगवान विष्णु को जगत का भार सौंपेंगे बाबा महाकाल
- भस्म आरती: रजत सर्प, चंद्र के साथ भांग और आभूषण से किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार, श्रद्धालुओं ने लिया भगवान का आशीर्वाद
निगम ने महाकाल मार्ग पर चलाया अतिक्रमण हटाने का अभियान
उज्जैन | नगर निगम आयुक्त अपनी टीम के साथ बुधवार सुबह महाकाल मार्ग पर निकले और मंदिर सामने से अतिक्रमण हटाने का अभियान शुरू किया। हालांकि एक दिन पहले ही नगर निगम की टीम इस क्षेत्र में अभियान चला चुकी थी। समझाइश के बाद भी लोगों ने अतिक्रमण नहीं हटाये तो आयुक्त ने तुरंत मौके पर जुर्माना भी ठोका लेकिन साथ चल रहे कर्मचारी हेराफेरी करते नजर आए।
महाकाल मंदिर के सामने स्थित रेस्टोरेंट संचालक ने अपना काउंटर नाली ढांककर सड़क पर रख लिया था। नगर निगम आयुक्त सबसे पहले यहां पहुंचे और रेस्टोरेंट संचालक के दोनों काउंटर जब्त कर लिये। इसके पास स्थित पान की दुकान पर भी आयुक्त विजय कुमार जे. अन्य अधिकारियों के साथ पहुंच गये। यहां गंदगी और गुटखे पाउच के कारण नाली जाम होने पर दुकानदार पर एक हजार रुपये जुर्माना लगाया गया।
दुकानदार रामकृष्ण तिवारी का कहना था कि एक दिन पहले ही 500 रुपये की रसीद काटी थी और नाली की गंदगी मेरे द्वारा नहीं की गई है, बावजूद इसके अधिकारी जुर्माना लगा रहे हैं, जबकि नालियों की सफाई का काम सफाईकर्मियों का है। बहस के बाद भी आयुक्त ने एक नहीं सुनी और जुर्माना ठोंककर आगे चल दिये। इसके बाद महाकाल चौराहे की ओर आयुक्त का काफिला मुड़ा।
यहां स्थित होटल का ओटला तुरंत तोड़ा गया उसके पास ही लगी होटल संचालक ने नाली पर अतिक्रमण कर उसे ढंक दिया था। आयुक्त ने अतिक्रमण तोडऩे के साथ 10 हजार रुपये जुर्माना लगाने के निर्देश दिये और आगे बढ़ गये लेकिन उनके पीछे चल रहे गैंग के कर्मचारी व रसीद काटने वाले आयुक्त के आगे जाते ही रेस्टोरेंट से सांठगांठ करते नजर आये। कर्मचारियों ने तुरंत सेटिंग कर 5 हजार की रसीद काट दी। इसकी जानकारी जब अक्षरविश्व ने आयुक्त को दी तो वे नाराज हुए और कर्मचारियों से कहा कि जितनी राशि कही जा रही है उतने का ही जुर्माना वसूला जाये। इसके बाद महाकाल मार्ग तक आधा दर्जन से अधिक दुकानदारों द्वारा अतिक्रमण किये जाने पर जुर्माना और सामान जब्त करने की कार्यवाही चलती रही।
दुकानदारों में आक्रोश
जिन होटलों व अन्य दुकानों पर नगर निगम की टीम कार्यवाही कर रही थी उसके संचालकों का कहना था कि गंदगी और अतिक्रमण के नाम पर हजारों रुपये का जुर्माना आयुक्त लगा रहे हैं, जबकि सफाई कराने की जिम्मेदारी तो नगर निगम की है। अधिकारी कहते हैं कचरा डिस्पोजल मशीनें लगाओ जबकि शहर में आज तक एक भी व्यापारी ने उक्त मशीन नहीं लगाई है। हालांकि आयुक्त ने पूरे समय स्वयं मौजूद रहकर अतिक्रमण देखे और अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई के निर्देश भी दिये।