गुरुवार भस्म आरती दर्शन:मोर पंख, आभूषण अर्पित कर श्रीकृष्ण के स्वरूप में श्रृंगार

गुरुवार भस्म आरती दर्शन:मोर पंख, आभूषण अर्पित कर श्रीकृष्ण के स्वरूप में श्रृंगार

विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में गुरुवार तड़के भस्म आरती के दौरान तीन बजे मंदिर के कपाट खोले गए। जल से भगवान महाकाल का अभिषेक करने के पश्चात दूध, दही, घी, शक्कर, शहद, फलों के रस से बने पंचामृत से पूजन किया गया। मोर पंख आभूषण अर्पित कर श्रीकृष्ण के स्वरूप में दिव्य श्रृंगार किया गया। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर भगवान महाकाल के मस्तक पर आभूषण मोर पंख और ड्रायफ्रूट सहित भांग अर्पित कर श्रृंगार किया…

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जन्माष्टमी पर भगवान पहनेगें सिल्क और रेशम से बनी पोशाक:इस्कॉन मंदिर में भगवान की पोशाक तैयार करने में डेढ़ महिने से जुटे 10 कारीगर

जन्माष्टमी पर भगवान पहनेगें सिल्क और रेशम से बनी पोशाक:इस्कॉन मंदिर में भगवान की पोशाक तैयार करने में डेढ़ महिने से जुटे 10 कारीगर

र में भगवान श्री कृष्ण की पोशाक तैयार करने वाले निर्मल आनंद दास ने बताया कि डेढ़ महिने से भगवान की पोशाक तैयार हो रही है। दस कारीगर जुटे है। भगवान की पोशाक के लिए मुबंई से मंगवाया जाता है। यह धागा जापानी धागे के नाम से जाना जाता है। वहीं सिल्क का कपड़ दिल्ली से मंगवाया है। इसके अलावा पोशाक में लगने वाले नगीने, डायमंड भी बाहर से ही मंगवाए जाते है। भगवान की…

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बुधवार भस्म आरती दर्शन:भगवान महाकाल को मोर पंख और आभूषण अर्पित कर श्री कृष्ण के स्वरूप में श्रृंगार

बुधवार भस्म आरती दर्शन:भगवान महाकाल को मोर पंख और आभूषण अर्पित कर श्री कृष्ण के स्वरूप में श्रृंगार

बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में बुधवार तड़के 3 बजे मंदिर के कपाट खोलने के पश्चात भगवान महाकाल को जल से स्नान कराया गया। पंडे पुजारियों ने दूध, दही, घी, शहद, फलों के रस से बने पंचामृत से बाबा महाकाल का अभिषेक पूजन किया। जन्माष्टमी पर्व पर भगवान महाकाल को मोर पंख और आभूषण अर्पित कर श्रीकृष्ण भगवान के स्वरूप में श्रृंगार किया। भस्म आरती के दौरान महाकाल का भांग,…

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मंगलवार भस्म आरती दर्शन:चन्दन का चंद्र अर्पित कर राज स्वरूप में दिव्य श्रृंगार

मंगलवार भस्म आरती दर्शन:चन्दन का चंद्र अर्पित कर राज स्वरूप में दिव्य श्रृंगार

विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में मंगवार को तड़के भस्म आरती के दौरान 3 बजे मंदिर पट खुलते ही पण्डे पुजारी ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन कर भगवान महाकाल का जलाभिषेक और दूध,दही, घी,शक़्कर फलों के रस से बने पंचामृत पूजन किया। इसके बाद प्रथम घंटाल बजाकर हरि ओम का जल अर्पित किया गया। कपूर आरती के बाद भगवान के मस्तक पर भांग चन्दन और त्रिपुण्ड अर्पित कर श्रृंगार किया…

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सेना के पूर्वी कमान प्रमुख, DRDO महानिदेशक पहुंचे महाकालेश्वर मंदिर:भस्म आरती में शामिल हुए, नंदी हॉल में बैठकर लिया महाकाल का आशीर्वाद

सेना के पूर्वी कमान प्रमुख, DRDO महानिदेशक पहुंचे महाकालेश्वर मंदिर:भस्म आरती में शामिल हुए, नंदी हॉल में बैठकर लिया महाकाल का आशीर्वाद

भारतीय थल सेना की पूर्वी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल राणा प्रताप कलिता और डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) की महानिदेशक डॉ. चंद्रिका कौशिक ने महाकाल के दर्शन किए। शनिवार को दोनों उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे। तड़के होने वाली भस्म आरती में शामिल हुए। नंदी हॉल में बैठकर आशीर्वाद लिया। भस्म आरती खत्म होने के बाद उन्होंने चांदी द्वार से महाकाल के दर्शन किए। शनिवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गर्वनर…

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शुक्रवार भस्म आरती दर्शन:भगवान महाकाल के मस्तक पर बिलपत्र भांग चंदन और आभूषणों से श्रृंगार

शुक्रवार भस्म आरती दर्शन:भगवान महाकाल के मस्तक पर बिलपत्र भांग चंदन और आभूषणों से श्रृंगार

बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में शुक्रवार तड़के 3 बजे मंदिर के कपाट खोलने के पश्चात भगवान महाकाल का जल से अभिषेक कर पण्डे पुजारियों ने दूध,दही,घी,शहद शक्कर फलों के रस से बने पंचामृत पूजन किया। भगवान महाकाल के मस्तक पर बिलपत्र भांग चंदन और आभूषणों से श्रृंगार दिव्य श्रृंगार किया। भस्म आरती के दौरान महाकाल का भांग,चन्दन,सिंदूर और आभूषणों से श्रृंगार किया गया। मस्तक पर चन्दन का तिलक और…

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महाकालेश्वर को भस्मारती के बाद बांधी 2 फीट चौड़ी राखी

महाकालेश्वर को भस्मारती के बाद बांधी 2 फीट चौड़ी राखी

रक्षाबंधन पर्व पर बुधवार को महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में सबसे पहली राखी बांधी गई। भस्मारती के बाद पुजारी परिवार की महिलाओं ने महाकालेश्वर को राखी अर्पित की। महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति सदस्य पं. प्रदीप गुरु के अनुसार तड़के तीन बजे महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के पट खोल गए। जलाभिषेक, पंचामृत अभिषेक पूजन किया गया। सभी पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में सबसे पहले मनाए जाने की परंपरा है। महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग को अर्पित राखी पुजारी परिवार की 8 महिलाओं ने मिलकर…

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रुद्रेश्वर स्वरूप में महाकाल ने जाना प्रजा का हाल:गोपाल मंदिर पर हरि-हर का मिलन, 3 लाख से ज्यादा भक्तों ने किए बाबा के दर्शन

रुद्रेश्वर स्वरूप में महाकाल ने जाना प्रजा का हाल:गोपाल मंदिर पर हरि-हर का मिलन, 3 लाख से ज्यादा भक्तों ने किए बाबा के दर्शन

सावन के आखिरी और 8वें सोमवार पर सोम प्रदोष का संयोग रहा। इस पावन अवसर पर उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर भगवान शिव के जयकारों से गूंज उठा। शाम 4 बजे भगवान महाकाल की सवारी निकाली गई। बाबा रुद्रेश्वर स्वरूप में भक्तों को दर्शन देने निकले। करीब 5 बजे रामघाट पहुंचने पर सवारी का पूजन-अभिषेक किया गया। रामघाट से निकलकर शाम 6:40 बजे सवारी गोपाल मंदिर पहुंची। मंदिर के पुजारी ने बाबा का पूजन किया। श्रद्धालुओं…

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मंत्रोच्चार के साथ सप्त ऋषि की मूर्तियों का अनावरण हुआ:सीएम के जाने के बाद अचानक लिया निर्णय

मंत्रोच्चार के साथ सप्त ऋषि की मूर्तियों का अनावरण हुआ:सीएम के जाने के बाद अचानक लिया निर्णय

उज्जैन के महाकाल महालोक में 28 मई को तेज आंधी और तूफ़ान से सप्तऋषि की सात में से छह मूर्तियां अपने पेडस्टल से गिरकर खंडित हुई मूर्तियों को करीब 15 दिन पहले नई बनवाकर दोबारा लगा दिया गया था। श्रावण के अंतिम सोमवार पर महाकाल लोक में लगी सप्त ऋषि की नई मूर्तियों का संत महंत मंत्री और विधायक की उपस्थिति में दोबारा अनावरण किया गया। महाकाल लोक का लोकार्पण 11 अक्टूबर 2022 को प्रधानमंत्री…

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नए रथ पर रुद्रेश्वर के रूप में दर्शन देंगे महाकाल

नए रथ पर रुद्रेश्वर के रूप में दर्शन देंगे महाकाल

श्रावण-भादौ में निकाली जाने वाली महाकाल की सवारियों के क्रम में श्रावण की आखिरी सवारी आज निकाली जाएगी। आठवीं सवारी के दौरान रथ पर सवार रुद्रेश्वर नया सप्तधान मुखारविंद के रूप में भक्तों को दर्शन देगें। 28 अगस्त को श्रावण का अंतिम सोमवार होने के साथ ही सोम प्रदोष का संयोग बन रहा है। इसके बाद भादौ माह की दो सवारियां निकलेगी। श्री महाकालेश्वर मंदिर से सवारी शाम 4 बजे निकाली जाएगी। श्री महाकालेश्वर रजत…

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